भारतीय जनचार संस्थान (आइआइएमसी) में पांच स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए आयोजित इस प्रकिया में आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 18 जून है। प्रवेश परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) द्वारा किया जाएगा। आनलाइन आवेदन पत्र एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
आइआइएमसी में इस वर्ष संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी स्नातकोत्तर) 2022 के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा। अंग्रेजी पत्रकारिता, हिंदी पत्रकारिता, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, रेडियो एवं टेलीविजन पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में स्नातकोत्तर डिप्लोमा में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को सीयूईटी स्नातकोत्तर परीक्षा देनी होगी। प्रश्न पत्र हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में होगा।
उड़िया, मराठी, मलयालम और उर्दू पत्रकारिता में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए अलग से परीक्षा का आयोजन आइआइएमसी द्वारा किया जाएगा, जिसके लिए आवेदन पत्र आइआइएमसी की वेबसाइट पर जल्द ही जारी किए जाएंगे। जिन विद्यार्थियों के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री है, वे आइआइएमसी में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। जो विद्यार्थी अपनी स्नातक की डिग्री के अंतिम वर्ष या सेमेस्टर परीक्षा में शामिल हुए हैं या हो रहे हैं, वे भी आवेदन करने के पात्र हैं। चयन होने पर ऐसे विद्यार्थियों को 30 सितंबर 2022 तक अपनी प्रोविजनल अंकपत्र या प्रमाणपत्र की मूल प्रति जमा करानी होगी।
जामिया : आवासीय कोचिंग अकादमी के लिए आवेदन मांगे
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ)की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) ने वर्ष 2022-2023 की प्रारंभिक एवं मुख्य सिविल सेवा परीक्षा की नि:शुल्क कोचिंग लेने के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस साल सिविल सेवा में अव्वल आने वालीं श्रुति शर्मा ने भी इसी अकादमी से तैयारी की थी।
विश्वविद्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि अकादमी अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला उम्मीदवारों के आवेदन आमंत्रित कर रही है। आनलाइन आवेदन प्रपत्र जमा करने की आखिरी तारीख 15 जून है। बयान के मुताबिक, विश्वविद्यालय उम्मीदवारों का चयन करने के लिए दो जुलाई को परीक्षा आयोजित करेगा। परीक्षा दिल्ली, श्रीनगर, जम्मू, हैदराबाद, मुंबई, लखनऊ, गुवाहाटी, पटना, बंगलुरु और मलप्पुरम (केरल) में संपन्न होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक छात्रों को मुफ्त कोचिंग व आवासीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए अकादमी को वित्त मुहैया कराता है।
जामिया ने कहा कि आरसीए सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के उम्मीदवारों को देश के बेहतरीन पारिस्थितिकी तंत्र और चौबीसों घंटे उपलब्ध रहने वाली पुस्तकालय सुविधा के साथ, वंचित विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग एवं प्रशिक्षण मुहैया कराता है। आरसीए की स्थापना के बाद से इससे कोचिंग लेने वाले 245 से अधिक उम्मीदवार सिविल सेवा में चयनित हो चुके हैं, जबकि 376 उम्मीदवारों को अन्य केंद्रीय व राज्य सेवाओं में नौकरी मिली है।
अगले साल से दाखिलों में सीयूईटी के अंकों को महत्त्व देगा डीएसईयू
दिल्ली और एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू) ने कहा कि वह अगले अकादमिक वर्ष से स्नात्तक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के अंकों को निश्चित महत्त्व देने पर विचार करेगा। साल 2020 में स्थापित डीएसईयू ने इस शैक्षणिक वर्ष में सीयूईटी को नहीं अपनाया है और पीईजी नामक परीक्षा के आधार पर विद्यार्थियों को दाखिला दे रहा है। डीएसईयू की कुलपति निहारिका वोहरा के मुताबिक विश्वविद्यालय इस शैक्षणिक वर्ष में सीयूईटी के माध्यम से विद्यार्थियों को स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं देगा। उन्होंने कहा कि इस साल, हम सीयूईटी को नहीं अपना रहे क्योंकि हमारे हिसाब से देर हो चुकी है।
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