World Literacy Day 2020: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के सर्वेक्षण के आधार पर जारी रिपोर्ट के अनुसार, 96.2 प्रतिशत साक्षरता के साथ केरल एक बार फिर देश में सबसे साक्षर राज्य बना है, जबकि आंध्र प्रदेश 66.4 प्रतिशत की साक्षरता दर से निचले पायदान पर रहा। जुलाई 2017 से जून 2018 तक सात वर्ष की आयु से अधिक के छात्रों पर यह साक्षरता रिपोर्ट तैयार की गई है। अध्ययन के अनुसार, केरल के बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली में साक्षरता दर 88.7 प्रतिशत है। इसके बाद उत्तराखंड का 87.6 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश का 86.6 प्रतिशत और असम का साक्षरता दर 85.9 प्रतिशत है।
दूसरी ओर, राजस्थान 69.7 प्रतिशत की साक्षरता दर के साथ दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन वाला राज्य रहा, इसके बाद बिहार 70.9 प्रतिशत, तेलंगाना 72.8 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 73 प्रतिशत और मध्य प्रदेश 73.7 प्रतिशत पर है। अध्ययन में देश में कुल साक्षरता दर लगभग 77.7 प्रतिशत आंकी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में, साक्षरता दर देश के शहरी क्षेत्रों में 87.7 प्रतिशत की तुलना में 73.5 प्रतिशत है।
ऑल इंडिया लेवल पर, पुरुष साक्षरता दर 70.3 प्रतिशत तथा महिला साक्षरता दर 84.7 प्रतिशत रही है। सर्वे से पता चला है कि पुरुष साक्षरता दर सभी राज्यों में महिला साक्षरता दर से अधिक है। केरल में, महिलाओं की तुलना में पुरुष साक्षरता दर 95.2 प्रतिशत की तुलना में 97.4 प्रतिशत है। इसी तरह, दिल्ली में पुरुष साक्षरता दर महिलाओं की साक्षरता दर 93.7 प्रतिशत के सामने केवल 82.4 प्रतिशत है। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में भी, पुरुष और महिला साक्षरता दर में काफी अंतर है।
देशभर के 8,097 गांवों के 64,519 ग्रामीण परिवारों और 6,188 ब्लॉकों के 49,238 शहरी परिवारों पर यह सर्वे किया गया है। रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि लगभग 04 प्रतिशत ग्रामीण घरों और 23 प्रतिशत शहरी घरों में कंप्यूटर हैं।
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