UPSC: साल 2019 में सिविल सेवा परीक्षा के दूसरे ही प्रयास में योगेश ने 63वीं रैंक हासिल की थी।

UPSC: सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। हर साल लाखों लोग इस परीक्षा में बैठते हैं लेकिन केवल कुछ ही उम्मीदवार अपने सपने को हकीकत में बदल पाते हैं। ऐसी ही एक कहानी है महाराष्ट्र के रहने वाले योगेश पाटिल की जिन्होंने दो बार यह परीक्षा दी और दोनों बार ही सफल रहे।

योगेश पाटिल महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले हैं। स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद योगेश ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा क्षेत्र में आने का मन बना लिया था। इसके लिए उन्होंने एक अच्छी रणनीति के साथ पढ़ाई भी शुरू कर दी थी। योगेश ने साल 2018 में सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्प्ट दिया था। अपने पहले ही प्रयास में योगेश ने 201 रैंक प्राप्त कर ली थी। इस रैंक के अंतर्गत उनका चयन आईपीएस के लिए हो गया था। हालांकि, योगेश हमेशा से ही एक आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी जारी रखी। आखिरकार, दृढ़ निश्चय और कठिन परिश्रम के चलते साल 2019 में सिविल सेवा परीक्षा के दूसरे ही प्रयास में योगेश ने 63वीं रैंक हासिल की थी।

UPSC: बिहार के सुमित कुमार तीसरे प्रयास में बने आईएएस अधिकारी, तैयारी के लिए देते हैं यह महत्वपूर्ण सलाह

सिविल सेवा परीक्षा को लेकर लोगों में यह धारणा है कि इस कठिन परीक्षा को पहले प्रयास में नहीं पास किया जा सकता है। वहीं, योगेश का कहना है कि सफलता प्राप्त करना या ना करना आपकी रणनीति और मेहनत पर निर्भर करता है। इसके अलावा योगेश का मानना है कि इस परीक्षा में कामयाबी पाने के लिए आपका बैकग्राउंड और आपकी भाषा मायने नहीं रखती है। बस यह सुनिश्चित कर लें कि जिस भाषा को आप चुनते हैं, उसमें पर्याप्त स्टडी मैटेरियल उपलब्ध होना चाहिए।

UPSC: चार प्रयासों के बाद मिला मनचाहा पद, ऐसा रहा रोमा का IPS से IAS बनने तक का सफर

योगेश मानते हैं कि इस परीक्षा के लिए आपको शुरू से पढ़ाई करनी पड़ती है। इसके लिए आप अपने क्षमता के अनुसार स्ट्रेटजी तैयार कर सकते हैं। जिन विषयों में आपको जरूरत महसूस हो केवल उन्हीं के नोट्स तैयार करें। पढ़ाई के साथ ही नियमित रूप से रिवीजन भी करें और मॉक टेस्ट अवश्य दें।


Source link