UPSC: विशाखा यूपीएससी एग्जाम के शुरुआती दो अटेम्प्ट में प्रीलिम्स तक भी नहीं क्लियर कर पाई थीं।

UPSC: विशाखा यादव दिल्ली के द्वारका की रहने वाली हैं। वह हमेशा से ही पढ़ने में काफी होशियार थीं और बचपन से ही सिविल सेवा के क्षेत्र में कदम रखना चाहतीं थीं। उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई भी दिल्ली से ही हुई है। स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद विशाखा ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से बैचलर्स की डिग्री हासिल की है। इसी कॉलेज से उनका एक अच्छी कंपनी में प्लेसमेंट भी हो गया था। तकरीबन दो साल तक नौकरी करने के बाद विशाखा ने यूपीएससी एग्जाम देने का मन बनाया और इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी थी। विशाखा के इस फैसले में उनके परिवार वालों ने भी भरपूर सहयोग किया।

विशाखा ने सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने का फैसला तो कर लिया था लेकिन आगे की राह आसान नहीं थी। वह यूपीएससी एग्जाम के शुरुआती दो अटेम्प्ट में प्रीलिम्स तक भी नहीं क्लियर कर पाई थीं। हालांकि, दोनों ही प्रयासों में वह केवल कुछ ही अंको से मात खा गई थीं। इस असफलता के बावजूद भी विशाखा ने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी जारी रखी। आखिरकार, सिविल सेवा परीक्षा के तीसरे प्रयास में विशाखा ने न केवल इस कठिन परीक्षा के सभी चरणों को पास किया बल्कि 6वीं रैंक प्राप्त कर टॉपर भी बनीं।

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विशाखा के अनुसार, पहले के दो प्रयासों में उन्होंने काफी स्टडी मैटेरियल इकट्ठा कर लिया था लेकिन वह ठीक से रिवीजन नहीं कर पाईं। इसके अलावा उन्होंने मॉक टेस्ट पर भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया और इस वजह से उनकी अच्छी प्रैक्टिस भी नहीं हो पाई थी। उनका मानना है कि प्रीलिम्स परीक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट दें और परीक्षा के दौरान सबसे पहले वही सवाल हल करें जो आपको अच्छे से आता है।

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विशाखा कहती हैं कि सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को नियमित रूप से लगभग 6 से 8 घंटे रोज पढ़ाई करनी चाहिए। इसके अलावा बहुत सारी किताबों से पढ़ने की जगह केवल कुछ सीमित किताबों को ही अच्छी तरह से पढ़ें और अधिक रिवीजन करने का प्रयास करें। पढ़ाई के साथ ही आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से आपको अपनी गलतियों का पता चलेगा और सुधार करने का भी मौका मिलेगा।


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