UPSC: सुरभी ने कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में भी 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।
UPSC: यूनिवर्सिटी टॉपर और गोल्ड मेडलिस्ट सुरभि गौतम ने 2016 में यूपीएससी सिविल सर्विसेज को क्रैक किया और अपने पहले प्रयास में 50वीं रैंक हासिल की थी। वे मध्य प्रदेश के सतना जिले के अमदरा गांव की रहने वाली हैं।
एक छोटे से गांव की रहने वाली सुरभि बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी। अपने स्कूली दिनों से ही सुरभि अपनी कक्षा में टॉपर रहीं थी। अपनी कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में भी उन्होंने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। सुरभि को 12वीं कक्षा में रूमेटिक फीवर से भी जूझना पड़ा, जिसके कारण वह हर 15 दिनों में अपने माता-पिता के साथ गांव से 150 किलोमीटर दूर एक डॉक्टर के पास जबलपुर जाती थी। इन सबके बावजूद सुरभि ने कभी भी अपनी पढ़ाई से ध्यान हटने नहीं दिया। उनके पिता सिविल कोर्ट में वकील थे और उनकी मां एक शिक्षिका थीं।
UPSC: गरीबी और बीमारी से जूझ रही उम्मुल खेर ने पहले प्रयास में पाई यूपीएससी परीक्षा में सफलता
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा के तुरंत बाद, सुरभि ने राज्य इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा दी और परीक्षा में सफलता प्राप्त की। उन्होंने भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। UPSC एग्जाम में भाग लेने से पहले, सुरभि ने एक वर्ष के लिए BRRC में वैज्ञानिक के रूप में काम किया था। उसने गेट, इसरो, सेल, एमपीपीएससी पीसीएस, एसएससी सीजीएल, दिल्ली पुलिस और एफसीआई जैसी परीक्षाओं में भी सफलता हासिल की थी। इतना ही नहीं, उसने 2013 में हुई IES परीक्षा में AIR 1 हासिल की थी।
सुरभि ने कभी किसी विषय की ट्यूशन नहीं ली। एक इंटरव्यू के दौरान सुरभि ने यूपीएससी में विषय चुनने के लिए बताया कि आप या तो अपने स्नातक या स्नातकोत्तर विषयों के आधार पर चुन सकते हैं या समाजशास्त्र, इतिहास या भूगोल जैसे किसी लोकप्रिय वैकल्पिक विषय के लिए जा सकते हैं।
Source link