UP Board Exam 2020: UP Board 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं मंगलवार 18 फरवरी से शुरू हो गई हैं। उत्‍तर प्रदेश माध्यिमिक शिक्षा परिषद के आंकड़ों के अनुसार, परीक्षा के पहले ही दिन 2,39,133 परीक्षार्थियों ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं नहीं दीं। इनमें से 1,57,042 हाईस्कूल और 82,091 इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी थे।

हिंदी के पेपर को छोड़ देने वाले परीक्षार्थियों की यह संख्या काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाई स्कूल और इंटरमीडिएट दोनों छात्रों के लिए यह पेपर अनिवार्य था। इस बीच, अधिकारियों ने विभिन्न पुलिस थानों में छह परीक्षार्थियों और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ एंटी-कॉपिंग अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। परीक्षा के पहले दिन ही राज्य भर में अनुचित साधनों का उपयोग करते हुए कुल 34 परीक्षार्थी पकड़े गए, जिनमें 26 लड़के और हाई स्कूल की एक लड़की और इंटरमीडिएट के सात लड़के शामिल थे।

यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा, “परीक्षा के पहले दिन, कुल रजिस्‍टर्ड 55.23 लाख में से 2.39 लाख से अधिक छात्रों ने पेपर छोड़ दिया।” उन्होंने कहा कि राज्य भर से शाम 7 बजे तक ऑनलाइन प्राप्त जानकारी के अनुसार, लगभग 2,39,133 छात्र अपनी परीक्षा से अनुपस्थित थे। बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि कई केंद्रों से रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है, इसलिए अनुपस्थित छात्रों की संख्या और बढ़ सकती है।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि परीक्षा छोड़ देने वाले वे छात्र हैं जिन्होंने कई जिलों से यूपी बोर्ड की परीक्षा में आवेदन किया था। छात्रों ने एक जिले से परीक्षा दी है और दूसरे जिलों से परीक्षा में अनुपस्थित रहे हैं, इस कारण अनुपस्थित छात्रों की संख्‍या अधिक है। उन्होंने कहा, “पहले दिन 2.39 लाख छात्रों के परीक्षा में अनुपस्थित रहने की खबर से मैं हैरान नहीं हूं। संतोष की बात यह है कि सभी 75 जिलों में परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हुई और कोई बड़ी घटना नहीं हुई।”

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