अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने इंजीनियरिंग स्नातक अभिक्षमता परीक्षा (गेट) और राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा (नेट) में जियोस्पेशियल साइंस और टेक्नोलॉजी विषय को शामिल करने की मंजूरी दी है। नेट में जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए और आइआइट व एनआइटी सहित विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में लेक्चरशिप में शामिल होने वाले उम्मीदवार अब इस नए विषय को पढ़ सकेंगे। इस विषय गेट और नेट को शामिल करने से विद्यार्थियों को लाभ होगा और देश में भू-स्थानिक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में मदद मिलेगी। इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में नेशनल जियोस्पेशियल टास्क फोर्स रिपोर्ट 2013 की सिफारिश पर इस विषय को गेट और नेट में शामिल करने की मंजूरी दी गई थी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने गेट और नेट की परीक्षा में जियोस्पेशियल विषय की आवश्यकता के बारे में बताया। जियोस्पेशियल साइंस और टेक्नोलॉजी एक तेजी से विकसित होने वाला विषय है, जो सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में अभूतपूर्व अवसरों के साथ योजना, विकास और शासन की गतिविधियों की अधिकता का निर्माण करता है।

एक से 18 नवंबर तक होंगी सीए की परीक्षाएं
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) की ओर से प्रस्तावित सीए फाइनल, इंटरमीडिएट और फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा अपने तय कार्यक्रम पर यानी कि एक नवंबर से शुरू होकर 18 नवंबर तक चलेगी। चार्टर्ड एकाउंटेंट परीक्षा देश के 207 शहरों और विदेशों में पांच शहरों में आयोजित की जाएगी। सीए परीक्षा सभी दिनों के लिए एक पाली में दोपहर दो से शाम पांच बजे तक आयोजित की जाएगी। वहीं, फाउंडेशन पेपर 3 और 4 के लिए परीक्षा दोपहर 2 से 4 बजे तक आयोजित की जाएगी। बिहार विधानसभा की तिथियों को देखते हुए आइसीएआइ ने बिहार के उम्मीदवारों से संस्थान की वेबसाइट पर नजर रखने के लिए कहा है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने 25 सितंबर को बिहार चुनाव की तिथियां घोषित की हैं। इसके मुताबिक राज्य में 28 अक्तूबर, तीन और सात नवंबर को मतदान होगा।

गेट के लिए दोबारा खुलेगा पोर्टल
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) बॉम्बे इंजीनियरिंग स्नातक अभिक्षमता परीक्षा (गेट-2021) के लिए 28 अक्तूबर से पंजीकरण पोर्टल दोबारा खोल देगा। इसके तहत वे उम्मीदवार, जिन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन किया है और अपना परीक्षा केंद्र बदलना चाहते हैं तो वे इस पोर्टल पर जाकर फॉर्म में बदलाव कर सकते हैं। गेट 2021 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि सात अक्तूबर थी लेकिन उम्मीदवार 500 रुपए की देरी से शुल्क का भुगतान करके 12 अक्तूबर तक अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। फिलहाल में कोरोना महामारी की स्थिति के कारण कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्रों को लेकर परेशानी हो रही है। इसी वजह से विद्यार्थियों को राहत दी जा रही है। इसके लिए विद्यार्थियों को अतिरिक्त फीस नहीं देनी होगी। उम्मीदवार 28 अक्तूर से 13 नवंबर तक ये बदलाव कर सकते हैं। इसके अलावा आइआइटी बॉम्बे का कहना है कि उम्मीदवार इस तारीख तक पेपर श्रेणी और पसंद में भी बदलाव कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें 500 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। गेट एक नेशनल लेवल की परीक्षा है, जो भारतीय विज्ञान संस्थान (आइआइसी) बंगलुरु और सात आइआइटी संस्थान बॉम्बे, दिल्ली, गुवाहाटी, कानपुर, खड़गपुर, मद्रास और रुड़की द्वारा मिलकर संयुक्त रूप से आयोजित की जाती है।

यूनेस्को करेगा शिक्षा की स्थिति पर बात
संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) इस महीने वैश्विक शिक्षा बैठक (जीईएम) का एक विशेष सत्र आयोजित करेगा, जिसमें उच्चस्तरीय नेता, नीति निमार्ता और वैश्विक शिक्षा विशेषज्ञ वर्तमान समय और कोरोना संकट समाप्त होने के बाद की दुनिया में शिक्षा की स्थिति को लेकर विचार-विमर्श करेंगे। 22 अक्तूबर को होने वाले इस सत्र का मकसद ऐसे समय में शिक्षा को बचाना और प्रोत्साहित करना है, जब सरकार के घरेलू बजटों, प्रोत्साहन पैकेजों और अंतरराष्ट्रीय सहायता में शिक्षा के लिए वित्त पोषण को नजरअंदाज किए जाने की आशंका है।

संगठन के एक अधिकारी के मुताबिक जीईएम का असाधारण सत्र बुलाने का हमारा मकसद नेताओं से यह प्रतिबद्धता व्यक्त कराना है कि वे कोरोना वैश्विक महामारी से शीघ्र, समग्र एवं स्थायी तरीके से उबरने के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के केंद्र में शिक्षा को रखेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के लिए वित्त पोषण को भले ही बढ़ाया न जाए, लेकिन उसे कम नहीं किया जाना चाहिए, ताकि पीढ़ियों को तबाही से रोका जा सके। जीईएम 2020 में वैश्विक ‘एसडीजी 4 – शिक्षा 2030’ समन्वय तंत्र में सुधार के लिए एक खाके पर समग्र विचार-विमर्श शुरू किया जाएगा। यूनेस्को के अनुमान के अनुसार, कोरोना महामारी के बीच दुनिया भर में शैक्षणिक संस्थान बंद होने से 154 करोड़ से अधिक विद्यार्थी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

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