
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 74 साल के हैं और 74 की उम्र में भी वह बेहद फिट और हेल्दी जीवन जीते हैं। पीएम मोदी अक्सर हेल्दी और फिट रहने की टिप्स देते रहते हैं। एक बार फिर पीएम मोदी ने अपने जीवन के बारे में बात की और अपनी फिटनेस का राज यानी डेली रूटीन बताया है। दरअसल, मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फीडमैन ने पीएम मोदी के साथ एक पॉडकास्ट किया। इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपनी फिटनेस का राज बताया है।
पीएम मोदी ने फास्टिंग के बताए फायदे
दरअसल, इस पॉडकास्ट में उपवास यानी फास्टिंग को लेकर भी चर्चा की गई, क्योंकि अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फीडमैन ने पीएम मोदी के साथ पॉडकास्ट करने से पहले दो दिनों तक उपवास रखा। इस दौरान उन्होंने सिर्फ पानी लिया। उन्होंने कहा कि यह फास्ट उन्होंने सही मानसिक स्थिति में आने के लिए रखा था। इसके बाद पीएम मोदी ने उपवास के दौरान अपने अनुभवों और इसके आध्यात्मिक महत्व पर भी प्रकाश डाला।
पीएम मोदी ने बताया कि उपवास यानी फास्टिंग से उनकी इंद्रियां और भी एक्टिव हो जाती हैं और सोचने की क्षमता बढ़ जाती है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने भारतीय धर्म और संस्कृति में उपवास के महत्व को भी समझाया। उन्होंने कहा कि उपवास एक प्राचीन प्रथा है, जिसने उनके जीवन को बदल दिया है। उपवास के दौरान उनका मन लीक से हटकर सोचने लगता है और उनकी इंद्रियां तेज हो जाती हैं। फास्ट रखने से आपकी निरीक्षण करने और समझने की क्षमता मजबूत हो जाती है और ऐसा मैंने खुद अनुभव किया है।
लेक्स फ्रिडमैन पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने बताया कि भारत में हमारी धार्मिक परंपराएं वास्तव में जीवन जीने का एक तरीका है। हमारे सर्वोच्च न्यायालय ने हिंदू धर्म की शानदार व्याख्या की है। उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म अनुष्ठान या पूजा के तरीकों के बारे में नहीं, बल्कि यह जीने का एक तरीका है, एक दर्शन है जो जीवन का मार्गदर्शन करता है और हमारे शास्त्रों में शरीर, आत्मा, मन और मानवता के बारे में गहन चर्चा है, जिसमें एक उपवास भी शामिल है।
फास्ट रखने से पहले क्या करते हैं पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा कि मैं हमेशा की तरह ही काम करता हूं। कभी-कभी मैं उससे भी ज्यादा काम करता हूं और एक और दिलचस्प बात जो मैंने अनुभव की वह यह है कि जब मुझे अपने विचार व्यक्त करने की जरूरत होती है, तो मैं आश्चर्यचकित हो जाता हूं कि वे कहां से आते हैं और कैसे प्रवाहित होते हैं। यह वास्तव में एक अविश्वसनीय अनुभव है। मेरे लिए उपवास भक्ति है, मेरे लिए उपवास आत्म-अनुशासन है। उन्होंने यह भी बताया कि कोई भी व्रत शुरू करने से पहले, वह शरीर को डिटॉक्स करने और अपने शरीर को तैयार करने के लिए बहुत सारा पानी पीते हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने चातुर्मास की प्राचीन परंपरा का भी वर्णन किया। उन्होंने बताया कि मानसून के मौसम में हम जानते हैं कि पाचन धीमा हो जाता है और इसलिए इस मौसम में भारत में कई लोग 24 घंटों के भीतर केवल एक बार भोजन करने की प्रथा का पालन करते हैं। मेरे लिए, यह जून के मध्य से शुरू होता है और नवंबर के आसपास दिवाली के बाद तक चलता है। लगभग चार से साढ़े चार महीने तक मैं 24 घंटे में केवल एक बार खाने की इस परंपरा का पालन करता हूं। फिर भारत में नवरात्रि का त्योहार आता है, जो आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में पड़ता है। इस दौरान पूरा देश शक्ति, भक्ति और आध्यात्मिक अनुशासन का त्योहार दुर्गा पूजा मनाता है, जो नौ दिनों तक चलता है।
फास्ट के दौरान क्या खाते हैं पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने बताया कि वह व्रत के दौरान खाने से पूरी तरह दूर रहते हैं और सिर्फ गर्म पानी पीते हैं। मोदी ने कहा कि गर्म पानी पीना हमेशा से मेरी दिनचर्या का हिस्सा रहा है। फिर मार्च या अप्रैल में चैत्र नवरात्रि आती है। इस साल यह 31 मार्च के आसपास शुरू होगी। नौ दिनों के इस उपवास के दौरान मैं दिन में एक बार सिर्फ एक खास फल खाता हूं। इन नौ दिनों तक मैं सिर्फ पपीता चुनता हूं और पूरे नौ दिनों तक मैं किसी और चीज को नहीं छूता। इस तरह मैं अपने नौ दिनों के उपवास की दिनचर्या का पालन करता हूं। इसलिए मैं पूरे साल कई उपवास रखता हूं, और यह मेरे जीवन में एक गहरी परंपरा बन गई है। शायद मैं कह सकता हूं कि मैं इन प्रथाओं का पालन 50 से 55 सालों से कर रहा हूं।
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