टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) सर्टिफिकेट की वैलिडिटी अब लाइफटाइम तक कर दी गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने इस बात कि घोषणा की है। सरकार द्वारा टीईटी सर्टिफिकेट की वैलिडिटी 7 साल से बढ़ाकर लाइफटाइम तक कर दिया गया है। टीईटी की नई सर्टिफिकेट वैलिडिटी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा, “संबंधित राज्य सरकारें / केंद्र शासित प्रदेश उन उम्मीदवारों को नए सिरे से टीईटी सर्टिफिकेट जारी करेंगी, जिनकी 7 साल की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी है।”

इस फैसले से यह जाहिर होता है कि सरकार उम्मीदवारों को शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना चाहती है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए यह एक सकारात्मक कदम होगा। बता दें कि टीईटी के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 45 फीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही उम्मीदवारों के पास बी.एड की डिग्री या कोई अन्य टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम/ कोर्स पूरा होना चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवार की आयु 18 साल से 35 साल के बीच होनी चाहिए।

टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी), किसी स्कूल में टीचर के रूप में नियुक्ति पाने के लिए आवश्यक योग्यताओं में से एक है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वर्ष 2011 से टीईटी की लाइफटाइम वैधता लागू होगी। यानी जिन उम्मीदवारों ने 2011 में टीईटी पास किया है, उनके टीईटी सर्टिफिकेट भी अब उम्रभर वैध रहेंगे। हालांकि वर्ष 2011 से पहले टीईटी पास करने वाले उम्मीदवारों के लिए यह नियम लागू नहीं होगा।



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