शबाना आजमी फिल्म, टेलीविजन और थिएटर की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। उन्होंने 120 से अधिक हिंदी और बंगाली फिल्मों के साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी काम किया है। उन्हें भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है। उनका जन्म 18 सितंबर 1950 को हैदराबाद में हुआ था। उनके बचपन का नाम शबाना कैफी आजमी था।
उनके पिता, स्वर्गीय कैफी आजमी एक प्रसिद्ध कवि थे। उनकी मां, शौकत आजमी भी एक थिएटर आर्टिस्ट हैं। उनके माता-पिता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य थे। शबाना के एक छोटे भाई बाबा आजमी भी हैं। शबाना ने गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर से शादी की है। जावेद अख्तर की यह दूसरी शादी है। शबाना के एक सौतेला बेटा फरहान अख्तर और सौतेली बेटी जोया अख्तर हैं।
शबाना ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के क्वीन मैरी कॉलेज से पूरी की, जिसके बाद उन्होंने सेंट जेवियर कॉलेज में दाखिला लिया। यहां उन्होंने साइकोलॉजी में ग्रेजुएट किया। इसके बाद उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII), पुणे से एक्टिंग कोर्स किया।
एफटीआईआई से ग्रेजुएट होने के बाद, उन्होंने “फैसला (1974)” और “परिन्य (1974)” फिल्म साइन कीं। हालांकि, उनकी पहली रिलीज फिल्म “अंकुर (1974)” थी। उन्होंने “मैडम सुसेत्का (1988)” और “सिटी ऑफ जॉय (1992)” जैसी हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया।
शबाना का टेलीविजन डेब्यू टीवी सीरियल “अनुपमा” से हुआ था। उन्होंने कई स्टेज ड्रामा में भी भाग लिया है, जिनमें एम. एस. सथ्यू की “सफद कुंडली (1980)” और फिरोज अब्बास खान की “तुम्हारी अमृता” शामिल हैं। अभिनय के क्षेत्र में शबाना के योगदान के लिए उन्हें 1988 में भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री और 2012 में तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण के साथ सम्मानित किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़ी गई
Source link