मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कोरोनावायरस COVID-19 महामारी के कारण देश में लागू लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी है। लॉकडाउन के बाद स्कूलों के री-ओपन के लिए कई चरणों पर काम किया जा रहा है, जिसके लिए यूजीसी एक टास्क फोर्स तैयार करेगी और एनसीआरटी की गाइडलाइंस को ध्यान में रखा जाएगा। स्कूल खुलने के बाद, शिक्षकों और छात्रों की सेहत का पूरा ख्याल रखना पहली जिम्मेदारी होगी। एचआरडी मंत्री निशंक कोरोनावायरस महामारी के बीच शिक्षकों और छात्रों से ऑनलाइन बातचीत करके समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने गुरुवार, 14 मई 2020 को ‘Acharya Devo Bhava’ वेबिनार में देशभर के शिक्षकों से लाइव संवाद किया और उनके कई सवालों के जवाब दिए। मंत्री ने आचार्य देवो भव: से लाइव सवांद का विडियो ट्विटर पर भी शेयर किया है।
डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने वेबिनार के दौरान बताया कि, बचे हुए हाईस्कूल परीक्षाएं लगभग सभी प्रदेश में हो चुकी हैं, दिल्ली के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर। शेष परीक्षाएं 1 जुलाई 2020 से 15 जुलाई के बीच आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई की मूल्यांकन उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों के घर तक पहुंचाने का अभियान जारी हैं और पहुंचायी भी जा रही है। जिन शिक्षकों के पास मूल्यांकन के लिए उत्तर पुस्तिकाएं पहुंची हैं उन्हें पाठ्यक्रम के लिए डेली रिपोर्ट तैयार नहीं करनी हैं। जो शिक्षक मूल्यांकन कर रहे हैं उन्हें नए शैक्षणिक सत्र की तैयारी नहीं करनी है क्योंकि 1.5 करोड़ से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है जो बहुत बड़ा काम है।
लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने की रणनीति को लेकर उन्होंने कहा कि, ‘छात्रों के लिए नए बैच की कक्षाओं के लिए अगस्त से शुरू होंगी, सितंबर से शुरू होंगी, इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि स्कूल फिर से कब खुलेंगे। लेकिन हमारे छात्रों और शिक्षकों का स्वास्थ्य हमारी प्रमुख चिंता है।’ हालांकि काम होना शुरू हो गया, स्कूल खुलेंगे तो गाइडलाइन के तहत ही खुलेंगे। यूजीसी को कहा गया है कि एक टास्क फोर्स बनाएं, जो सामाजिक दूरी, आने-जाने और दूसरी सभी जरूरी बातों का ध्यान रखकर काम करे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि NCERT स्कूलों को खोलने के लिए एक नई प्रणाली की खोज कर रहा है। एनसीआरटी को गाइडलाइंस तैयार करने को कहा गया है, अगर 30 फीसदी बच्चे सामाजिक दूरी के हिसाब से एक क्लास में आते हैं तो उसके लिए कैसे प्लान बनेगा आदि, जबकि UGC आगामी सत्र के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों सहित उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए तौर-तरीकों पर काम कर रहा है। फिलहाल देश-दुनिया की परिस्थितियां स्कूल खुलने लायक नहीं है लेकिन जब हालात सामान्य होने पर जब भी स्कूल खोले जाएंगे उसके लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।
Acharya Devo Bhava : Interacting with teachers from across India #EducationMinisterGoesLive https://t.co/F9dBJlWubP
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) May 14, 2020
इसी बीच, एनसीईआरटी ने पहले ही प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर दिए हैं और देशभर के स्कूलों ने ऑनलाइन मोड में छात्रों के लिए नया सत्र शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी 42 लाख शिक्षकों को ब्लॉक स्तर तक प्रशिक्षण दे रहा है। दूरदराज के क्षेत्रों में या बिना इंटरनेट एक्सेस वाले छात्रों के लिए, उन्होंने कहा कि 32 SWAYAM प्रभा चैनलों को DTH पर 24X7 प्रसारित किया जा रहा है और यह DD, DISH TV, TATA Sky और Reliance Jio चैनल पर भी उपलब्ध हैं।
बता दें कि, COVID-19 महामारी के दौरान शिक्षा को छात्रों तक पहुंचने के लिए मंत्रालय द्वारा योजनाबद्ध सेमिनारों की श्रृंखला में यह वेबिनार तीसरे स्थान पर है। इससे पहले, मंत्री ने 27 अप्रैल और 5 मई, 2020 को अभिभावकों और छात्रों की चिंताओं को संबोधित करते हुए वेबिनार आयोजित किए थे।
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