RRB NTPC, Group D, RRB ALP Exam Date, SSC CGL: रेलवे ने शनिवार को RRB नॉन-टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC), Group D भर्ती 2019 और आइसोलेटिड एंड मिनिस्ट्रियल भर्ती के आवेदकों को अच्छी खबर दी है। पिछले साल रेलवे में करीब 1 लाख 40 हजार से अधिक भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जिनपर 2 करोड़ 40 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इन आवेदकों को लगभग डेढ़ साल से प्रथम चरण की भर्ती परीक्षा का इंतजार था। 05 सितंबर 2020, शनिवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल की ओर से इस साल 15 दिसंबर से CBT-1 के आयोजन की सूचना ने करोड़ों आवेदकों के चेहरे पर उम्मीद जगा दी है। हालांकि रेलवे में इन तीन श्रेणियों के अलावा RRB असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) और टेक्नीशियन की 64,371 भर्ती और SSC CGL Exam 2018 ग्रुप सी और ग्रुप डी की 11,000 से ज्यादा भर्ती समेत अन्य विभागों में नौकरी के लिए परीक्षा दे चुके छात्रों को अभी भी सरकार से जल्द बहाली करने की उम्मीद है। इन तमाम भर्तियों को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार से सवाल पूछती नजर आती है। शनिवार को ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने लंबे समय से अटकी भर्तियों को लेकर केंद्र के रवैये पर सवाल उठाए थे।

राहुल गांधी ने दो दिन पहले (04 सितंबर 2020 को) एक ट्विट में, 12 करोड़ रोजगार गायब लिखकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने अपने ट्विट में, ‘5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब, आम नागरिक की आमदनी गायब, देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब और सवाल पूछो तो जवाब गायब।’ भी लिखा था। वहीं द टेलिग्राफ ऑनलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने RRB NTPC की 35,277 वैकेंसी पर 1.26 करोड़ के करीब आवेदन के जरिए शुल्क के रूप में 500 करोड़ रुपये, आरआरबी Group D की 1,03,760 वैकेंसी के लिए 1.16 करोड़ आवेदकों से 500 करोड़ रुपए वसूले की बात कही थी।

इसके अलावा उदाहरण देते हुए, वल्लभ ने कहा कि 3 फरवरी, 2018 को आरआरबी ने सहायक लोको पायलट और तकनीशियनों के पदों में 64,371 रिक्तियों को भरने के लिए एक अधिसूचना जारी की थी। 12 दिसंबर, 2019 को अंतिम परिणाम और मेरिट सूची घोषित की थी। लगभग नौ महीने बीत चुके हैं, लेकिन सफल उम्मीदवारों को अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिले हैं और वे इसमें शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं।’

कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि 2018 में कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (SSC CGL) में बैठने वाले उम्मीदवार भी इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘टीयर-1 और टियर-2 परीक्षा के बाद, टियर-3 परीक्षा दिसंबर 2019 में आयोजित की गई थी। ग्रुप सी और ग्रुप डी श्रेणियों में 11,000 से अधिक रिक्त पदों को भरा जाना था। लेकिन 9 महीने बाद भी अंतिम परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं।’

कांग्रेस प्रवक्ता यहीं नहीं रुके उन्होंने सरकार के रवैये को निंदनीय करार देते हुए कहा कि, लगभग 2.15 लाख भर्तियां ऐसी हैं जिनपर गरीब परिवार से आने वाले उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। उन्होंने सवाल किया कि चुनाव से कुछ महीने पहले ही भर्तियों की नोटिफिकेशन क्यों जारी की जाती हैं? क्या ये नौकरियां वास्तव में मौजूद हैं या यह सिर्फ एक राजनीतिक नौटंकी?

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