हिटमैन के नाम से प्रसिद्ध रोहित शर्मा को अपनी बैटिंग और एकदिवसीय मैचों में दोहरे शतक लगाने के लिए जाना जाता है। रोहित शर्मा को ICC क्रिकेट विश्व कप 2019 में सबसे अधिक रन बनाने के लिए गोल्डन बैट पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। आइये जानते हैं रोहित ने क्रिकेट में करियर बनाने के लिए किन संघर्षों का सामना किया है।

रोहित का जन्म 30 अप्रैल 1987 को महाराष्ट्र के नागपुर के बंसोड़ में पूर्णिमा शर्मा और गुरुनाथ शर्मा के घर हुआ था। रोहित के पिता एक ट्रांसपोर्ट फर्म में स्टोरहाउस के केयरटेकर के रूप में काम करते थे। उनके पिता के पास रोहित को सपोर्ट करने के लिए पैसे नहीं थे इसलिए उन्हें बोरीवली में उनके दादा दादी और चाचा ने पाला था। रोहित के माता-पिता डोंबिवली में एक कमरे के घर में रहते थे।
रोहित का एक छोटा भाई है जिसका नाम विशाल है। उन्होंने 2015 में रितिका सजदेह से शादी की और उनकी एक बेटी है जिसका नाम समायरा शर्मा है।

रोहित ने केवल 12 वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है जिसके बाद वे पूरी तरह से क्रिकेट के लिए समर्पित हो गए। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अवर लेडी ऑफ वेलंकन्नी हाई स्कूल में पूरी की। फिर उन्हें छात्रवृत्ति पर स्वामी विवेकानंद स्कूल में दाखिला मिला, जो उन्हें स्कूल क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन के कारण मिला था।

रोहित ने जुलाई 2006 में एक प्रथम श्रेणी मैच में न्यूजीलैंड ए के खिलाफ भारत ए से अपनी शुरुआत की थी। इसके बाद के महीनों में, रोहित ने 2006-09 के सत्र में मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी खेलना शुरू किया। वह अपने पूरे घरेलू करियर में मुंबई के रणजी ट्रॉफी टीम का हिस्सा रहे हैं।

रोहित ने 23 जून 2007 को आयरलैंड के खिलाफ बेलफास्ट में एक दिवसीय मैच में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की। उन्होंने 2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में पहली बार शिखर धवन के साथ भारतीय पारी की शुरुआत की थी। सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर के बाद रोहित शर्मा की शिखर धवन के साथ ओपनिंग साझेदारी भारत के लिए दूसरी सबसे सफल ओपनिंग साझेदारी है।
रोहित ने नवंबर 2013 में टेस्ट में डेब्यू किया। यह वही सीरीज थी जब सचिन तेंदुलकर ने संन्यास लिया था। उन्होंने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 177 रन बनाए। उन्होंने अगले ही मैच में एक और शतक बनाया। रोहित ने 2007 के ICC world t-20 के दौरान भारत के लिए पारी की शुरुआत की और विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे। 2 अक्टूबर 2015 को 106 रन बनाकर शर्मा अंतरराष्ट्रीय मंच पर तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए।
रोहित शर्मा को 2015 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। ICC क्रिकेट विश्व कप 2019 में सबसे अधिक रन बनाने के लिए गोल्डन बैट पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। रोहित शर्मा को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान, 2020 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

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