Gold Smuggling Case: गोल्ड स्मगलिंग केस में मुख्य आरोपी और अभिनेत्री रान्या राव को एयरपोर्ट पर मिलने वाली सुविधाओं को लेकर कर्नाटक सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। रान्या राव वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। सरकार द्वारा आदेशित जांच में पाया गया कि रान्या दुबई से आने पर हर बार एयरपोर्ट पर अपने सौतेले पिता के पुलिस प्रोटोकॉल का फायदा उठाती थीं।
इंडियन एक्सप्रेस ने जांच से जुड़े सूत्रों से बातचीत के आधार पर बताया कि एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल सर्विसेज के रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि रान्या राव द्वारा बेंगलुरु एयरपोर्ट से होकर जाने वाली सभी विदेश यात्राओं के दौरान एयरपोर्ट पर पुलिस प्रोटोकॉल सेवाओं का इस्तेमाल किया गया था। जांच में सीसीटीवी फुटेज और टेलीकॉम विवरण भी मिले हैं। ये बताते हैं कि जब भी एक्ट्रेस दुबई से बेंगलुरू एयरपोर्ट पर पहुंचती थी, तो उन्होंने डीजीपी रैंक के अधिकारी की प्रोटोकॉल का लाभ उठाती थीं।
3 मार्च को गिरफ्तार हुई थी रान्या राव
बता दें कि रान्या राव को डीआरआई ने 3 मार्च को उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह अमीरात की फ्लाइट से दुबई से आई थीं और अपने पास 12.56 करोड़ रुपये मूल्य का 14.2 किलोग्राम सोना छिपाकर तस्करी करने का प्रयास कर रही थी। पूर्व खुफिया जानकारी के आधार पर, डीआरआई ने अभिनेत्री को उस समय रोका जब वह सोना घोषित किए बिना सीमा शुल्क विभाग के ग्रीन चैनल से गुजर रही थी, जबकि सीमा शुल्क क्षेत्र से बाहर निकलने के लिए वह अपने सौतेले पिता को उपलब्ध पुलिस प्रोटोकॉल सेवा का उपयोग कर रही थी।
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प्रोटोकॉल के दुरुपयोग को लेकर जांच का आदेश
अभिनेत्री की गिरफ्तारी और पुलिस प्रोटोकॉल सेवाओं का उपयोग करने के खुलासे के बाद राज्य सरकार के कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग ने प्रोटोकॉल सेवाओं के दुरुपयोग के आरोपों की 10 मार्च को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गौरव गुप्ता द्वारा जांच का आदेश दिया था। डीपीएआर के आदेश में कहा गया है कि सरकार उन तथ्यों और परिस्थितियों की जांच करना आवश्यक समझती है, जिनके कारण उन्हें प्रोटोकॉल सुविधाएं प्राप्त हुईं और इस मामले में पुलिस महानिदेशक श्री रामचंद्र राव, आईपीएस, प्रबंध निदेशक, कर्नाटक राज्य पुलिस आवास और अवसंरचना निगम की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए।
बेटी के संपर्क में थे IPS पिता
इस मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ IAS अधिकारी द्वारा की गई जांच पूरी हो गई है और कर्नाटक सरकार को रिपोर्ट सौंपे जाने की प्रक्रिया चल रही है। जांच पैनल को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। जांच में आधिकारिक रिकॉर्ड के माध्यम से पाया गया है कि रामचंद्र राव अपनी सौतेली बेटी के दुबई दौरे के दौरान उसके संपर्क में थे और दुबई से लौटने पर एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल अधिकारी के साथ भी संपर्क में था। डीआरआई ने बताया कि रान्या राव ने जनवरी 2025 से 27 बार दुबई की यात्रा की है, इसके अलावा 2024 में भी कई बार दुबई की यात्रा की है।
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IPS अधिकारी ने दिया था पुलिस कॉन्स्टेबल को मदद का आदेश
सूत्रों ने बताया कि 3 मार्च के आगमन से पहले दुबई से आने वाली तीन यात्राओं पर अभिनेत्री को आईपीएस अधिकारी को सौंपी गई आधिकारिक सरकारी कार द्वारा हवाई अड्डे पर स्वागत किया गया था। सोना तस्करी मामले में चल रही डीआरआई जांच से पता चला है कि बेंगलुरु पुलिस के कांस्टेबल और एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल अधिकारी बसप्पा बिल्लुर को रामचंद्र राव ने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की सहायता करने का निर्देश दिया था। इससे वे उनके आगमन और प्रस्थान के दौरान प्रोटोकॉल सेवाएं प्रदान कर सकें। उन्होंने कहा है कि वह कई सालों से एयरपोर्ट पर रान्या राव की सहायता कर रहे थे।
पुलिस विभाग के माध्यम से प्रोटोकॉल सेवाओं का विस्तार केवल पुलिस अधीक्षक और उससे ऊपर के रैंक के आईपीएस अधिकारियों के लिए सख्ती से उपलब्ध है। यह नियम कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा लागू किया गया है जिनके अधिकार क्षेत्र में हवाई अड्डा संचालित होता है, लेकिन अन्य लोगों द्वारा निर्धारित सीमा से परे सभी अधिकारियों के मित्रों और परिवार को भी सेवाएं प्रदान की गई हैं।
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