Raja Bhaiya Education: राजा भैया कुंडा विधानसभा में 1993 से बिना किसी पार्टी के सहयोग से लगातार अपनी जीत दर्ज कराने के लिए भी जाने जाते हैं।

Raja Bhaiya Education: राजा भैया के नाम से मशहूर रघुराज प्रताप सिंह वर्तमान में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कुंडा विधानसभा से विधायक हैं। वह कुंडा विधानसभा में 1993 से बिना किसी पार्टी के सहयोग से लगातार अपनी जीत दर्ज कराने के लिए भी जाने जाते हैं। राजा भैया ने महज़ 25 साल की उम्र में ही अपना पहला चुनाव जीता था। आज हम आपको उनके राजनीति में कदम रखने से पहले के जीवन के बारे में बताएंगे।

भदरी रियासत से ताल्लुक रखने वाले राजा भैया के पिता का नाम उदय प्रताप सिंह और मां का नाम मंजुला देवी है। राजा भैया ने अपनी शुरुआती शिक्षा प्रयागराज से प्राप्त की है। फिर उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की है। इसके बाद ही उन्होंने राजनीति में अपना पहला कदम रखा था। ‌एक इंटरव्यू में राजा भैया ने बताया था कि उनके पिता नहीं चाहते थे कि वह पढ़ाई लिखाई करें लेकिन उनकी माता को यह बिल्कुल मंजूर नहीं था कि उनका बेटा अनपढ़ ही रहे। ऐसे में मंजुला देवी ने उनके पिता की मर्जी के खिलाफ राजा भैया को पढ़ने के लिए प्रयागराज भेज दिया था।

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राजा भैया ने हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के 11 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी की है। जिसमें सबसे बड़ा नाम स्वयं राजा भैया का ही है। इस बार भी वह प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। प्रत्याशियों के लिस्ट के साथ ही घोषणा पत्र भी जारी किया गया जिसमें बेरोजगारों और किसानों सहित सरकारी कर्मचारियों के लिए भी बड़े वादे किए गए हैं।

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चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में राजनीतिक उठापटक भी तेज हो गई है। कभी समाजवादी पार्टी के बेहद करीब रहे राजा भैया को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में पहचानने से भी इंकार कर दिया था। साथ ही यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर एक जनसभा करने प्रतापगढ़ पहुंचे सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल से जब यह कहा गया कि यह जिला राजा भैया के नाम से जाना जाता है तो उन्होंने राजा भैया पर कटाक्ष किया कि प्रतापगढ़ उनसे नहीं बल्कि वहां की जनता से जाना जाता है।




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