Waqf Amendment Bill: वक्फ (संशोधन) बिल को लेकर बुधवार को कई घंटों तक लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। इस बीच, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस बिल को लेकर एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोला है। राहुल ने बुधवार शाम को सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि यह बिल मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने और उनके पर्सनल लॉ और संपत्ति के हक को हड़पने के उद्देश्य से बनाया गया एक हथियार है।
राहुल ने कहा कि आरएसएस, बीजेपी और उनके सहयोगियों द्वारा आज मुसलमानों को निशाना बनाकर संविधान पर हमला किया गया है लेकिन वे भविष्य में अन्य समुदायों को भी निशाना बना सकते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी इस कानून का कड़ा विरोध करती है क्योंकि यह भारत के मूल विचार पर हमला करता है और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है।
इससे पहले बहस में भाग लेते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा कि यह बिल देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय पर हमला है। शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने इस बिल का विरोध किया और बीजेपी को असली ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग करार देते हुए कहा कि यह सरकार लोगों को धार्मिक और जातिगत आधार पर बांट रही है। उन्होंने बिल को भेदभावपूर्ण और सांप्रदायिक बताया।
महबूबा मुफ्ती ने भी किया विरोध
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह मुसलमानों को कमजोर करने की एक और चाल है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सांसद विजय कुमार हंसदक ने वक्फ (संशोधन) बिल को लेकर कहा कि यह बीजेपी द्वारा अपने कॉरपोरेट मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया है।
123 वीआईपी संपत्तियां वक्फ बोर्ड को दी- शाह
दूसरी ओर, गृह मंत्री अमित शाह ने सवालों के जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि नए कानून के तहत वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम धार्मिक मामलों में दखल नहीं देंगे। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने 2014 के चुनावों से ठीक पहले नई दिल्ली में 123 वीआईपी संपत्तियां वक्फ बोर्ड को दान कर दी थीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2013 में वक्फ एक्ट में संशोधन करके रेलवे की जमीन भी वक्फ को दान कर दी थी।
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