COVID शटडाउन और एक तेल कीमतों के युद्ध के चलते तेल की मांग में वैश्विक गिरावट आई है और ऑयल फील्‍ड सेवाओं में काम करने वाले एक प्रीमियम रिक्रूटर Schlumberger ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) के स्‍नातक छात्रों को नौकरी देने के अपने प्रस्ताव को वापस ले लिया है। दुनिया की सबसे बड़ी तेल-क्षेत्र-सेवा कंपनी Schlumberger ने 06 अप्रैल को आईआईटी को लिखा था कि उसने ग्राहकों की मांग में अचानक आई गिरावट के कारण कुछ इंटर्नशिप और ग्रेजुएट्स की नौकरी के अवसरों को कम करने और वापस लेने का फैसला किया है।

Schlumberger IIT की नौकरी के प्रस्तावों को रद्द करने वाली दूसरी बहुराष्ट्रीय कंपनी है। जैसा कि 4 अप्रैल को द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया था, US आधारित रीसर्च एंड कंसल्‍टेंसी फर्म गार्टनर इंक, आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-कानपुर और आईआईटी-मद्रास के 11 छात्रों के लिए अपने नौकरी के प्रस्ताव को रद्द करने वाली पहली कंपनी थी।

द इंडियन एक्सप्रेस से मंगलवार को बात करते हुए, Schlumberger (Ind, Ban) के मैनेजिंग डॉयरेक्‍टर गौतम रेड्डी ने पुष्टि की कि आईआईटी में छात्रों को किए गए प्रस्ताव रद्द हो गए हैं। “पिछले शुक्रवार को, हमारे वैश्विक सीईओ (पहली तिमाही के 2020 परिणामों की घोषणा करते हुए) ने उत्तरी अमेरिका में स्पष्ट रूप से कहा था कि हम उम्मीद करते हैं कि हमारे ग्राहक 40% तक और वैश्विक स्तर पर 15% कम हो जाएंगे। यह अप्रत्‍याशित रुप से बहुत ज्‍यादा है।”

COVID महामारी ने ऊर्जा के क्षेत्र में एक संशय की स्थिति पैदा कर दी है। सोमवार को, अमेरिकी तेल की कीमतें पहली बार $18 प्रति बैरल से -$38 तक गिर गईं। नेगेटिव कीमत का अर्थ है एक डॉलर से भी कम। सरकारों द्वारा लागू लॉकडाउन से कच्चे तेल की मांग कम हो गई है और तेल उत्पादक कंपनियों के स्‍टोरेज प्‍लांट भी अपनी पूरी क्षमता तक भर चुके हैं।

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