Mohammad Hamid Engineer Arrest: औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग के बाद नागपुर में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो कभी मुसलमानों के मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर चर्चा में आए थे। इस शख्स का नाम मोहम्मद हामिद इंजीनियर है और वह Minorities Democratic Party (MDP) के संस्थापक हैं।

हामिद इंजीनियर पर नागपुर में हिंसा भड़काने का आरोप लगा है। कौन हैं हामिद इंजीनियर, आइए आपको बताते हैं।

हामिद इंजीनियर ने 60 के दशक में महाराष्ट्र सरकार में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया था। इस वजह से उन्हें इंजीनियर उपनाम मिला। हामिद इंजीनियर अहले सुन्नत जमात की विचारधारा को मानने वाले हैं।

हामिद इंजीनियर 2002 में मुस्लिम समुदाय के कामों से जुड़ गए। उनका असर तब बढ़ा जब उन्होंने नागपुर में एक सुन्नी मस्जिद पर कब्जा वापस पाने के लिए चले आंदोलन का नेतृत्व किया। इस मस्जिद को तब्लीगी जमात के लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया था।

बरेलवी विचारधारा को मानता है संगठन

हामिद इंजीनियर ने 2002 में ईमान तंजीम बनाई। उनका यह संगठन बरेलवी विचारधारा को मानता है। बरेलवी आंदोलन पैगंबर और सूफियों के प्रति श्रद्धा रखता है। बरेलवी संप्रदाय से भारत में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जुड़े हुए हैं। पिछले कई सालों से हामिद इंजीनियर देवबंदी विचारधारा को मानने वाले संगठनों के कट्टर आलोचक रहे हैं। इसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद जैसे प्रमुख संगठन भी शामिल हैं।

वह बरेलवी विचारधारा को बढ़ावा न देने के लिए भारत के पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद को भी जिम्मेदार ठहराते हैं। हामिद इंजीनियर ने 2009 में MDP का गठन किया। उनका मकसद अहले सुन्नत जमात को मानने वालों को एक राजनीतिक मंच देना था।

हामिद इंजीनियर की पार्टी MDP का नारा था- ‘जो सूफी-संतों की बात करेगा, वही भारत पर राज करेगा।’ उनकी पार्टी ने पैगंबर का अपमान करने के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी और पूरे भारत में कई राज्यों में चुनाव भी लड़ा।

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2015 में मिले थे PM मोदी से

हामिद इंजीनियर 2015 में राष्ट्रीय स्तर पर तब चर्चा में आए जब वह मुस्लिम समुदाय के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे। मुस्लिम नेताओं का यह पहला प्रतिनिधिमंडल था जो नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनसे मिला था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। इस दौरान उन्होंने भारत में और प्रमुख सुन्नी संस्थानों में वहाबी विचारधारा के बढ़ते असर को लेकर चिंता जताई थी। वहाबीवाद को सुन्नी इस्लाम की रूढ़िवादी विचारधारा माना जाता है।

हामिद इंजीनियर ने प्रधानमंत्री से कहा था कि सुन्नी वक्फ बोर्ड पर कट्टरपंथी विचारधारा हावी हो गई है और कई सुन्नी संस्थानों पर कब्जा कर लिया गया है, जहां कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि अगर यह विचारधारा भारत में मजबूत हुई तो यह देश के लिए बेहद खतरनाक होगा।

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फहीम खान को पुलिस ने बताया मास्टरमाइंड

MDP ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ा लेकिन उसे कोई बड़ी कामयाबी हासिल नहीं हुई। बीते दिनों MDP का नाम तब चर्चा में आया जब पुलिस ने इसके नेता फहीम खान को नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड बताया। हामिद इंजीनियर ने फहीम खान का बचाव भी किया लेकिन शुक्रवार को पुलिस ने खुद उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया। फहीम खान को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

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