कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि मई में शुरू होने वाले शैक्षणिक वर्ष से स्कूलों में मॉरल साइंस की शुरुआत की जाएगी। अब भगवद गीता और पंचतंत्र की कहानियां पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगी। उन्होंने कहा कि किस कक्षा में इस विषय पढ़ाना है, इस पर जल्द ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
नागेश ने कहा कि नैतिक शिक्षा हमारे बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है। हाल ही में मुझे एक ऐसा उदाहरण देखने को मिला जहां महाभारत में युद्ध के दृश्यों से छात्र अपरिचित थे। यह हमारी गलती है, क्योंकि हमने उन्हें सिखाया नहीं है। इसी वजह से हमने इस शैक्षणिक वर्ष से नैतिक शिक्षा शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हम छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ नैतिक कहानियों का चयन करेंगे। इसमें पंचतंत्र और गीता की कहानियां होंगी। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि सरकार को निजी स्कूलों पर नैतिक शिक्षा का पाठ नहीं थोपना चाहिए।
उधर, कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बी रामनाथ राय ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी राज्य को सांप्रदायिक प्रयोगशाला में तब्दील कर रही है। इससे सांप्रदायिक नफरत चरम स्तर पर पहुंच गई है। नाकामी को छिपाने के लिए भाजपा प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर के मेलों में गैर-हिंदुओं को व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जा रही। राय ने कहा कि इससे नस्लीय घृणा पैदा होगी। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल को धर्म के आधार पर वोटबैंक की राजनीति बंद करनी चाहिए।
कमीशनखोर हैं बीजेपी के मंत्रीः कुमारस्वामी
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें लोगों की फाइलों को द कश्मीर फाइल्स की तरह रियायत देनी चाहिए। कुमार स्वामी ने कहा कि आपने द कश्मीर फाइल्स को कर मुक्त कर दिया, लेकिन लोगों की फाइलों को कभी नहीं छुआ। आप उन लोगों की फाइलों पर शत-प्रतिशत कर जमा कर रहे हैं। उन्हें शत-प्रतिशत रियायत दें। देश को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि मंत्री सार्वजनिक कार्यों पर 40 प्रतिशत दलाली की मांग कर रहे हैं।
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