उनका कहना है कि रेलवे से दो से तीन करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्‍य है। रेलवे में इतनी ताकत है कि वह देश की इकनॉमी को बढ़ा सकती है। यह सब बातें उन्‍होंने एक हिन्‍दी समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्‍यू में कही हैं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि आज Indian Railways IRCTC से दो करोड़ लोगों को जोड़ा जा चुका है। आगे इसे और बढाए जाने के बारे में सोचा जा रहा है। उनका कहना है कि रेलवे से दो से तीन करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्‍य है। रेलवे में इतनी ताकत है कि वह देश की इकनॉमी को बढ़ा सकती है। यह सब बातें उन्‍होंने एक हिन्‍दी समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्‍यू में कही हैं।

निजीकरण को लेकर क्‍या कहा
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे के निजीकरण को लेकर कोई प्‍लान नहीं है। इसका निजीकरण नहीं बल्‍कि रेलवे के वेंडर, सप्‍लायर, कांट्रेक्‍टर व अन्‍य कर्मचारियों की संख्‍या को बढ़ाना है। उन्‍होंने कहा कि अगर रेलवे का एक्सपैंशन हुआ मतलब देश की लॉजिस्टिक्स की कॉस्ट कम होगी। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो पीएम गति शक्ति योजना रेलवे, रोड व वाटर को इंट्रीगेट करने के लिए शुरू किया है। रेलमंत्री ने स्‍पष्‍ट किया कि इसका रेलवे के प्राइवेटाइजेशन से कोई लेना देना नहीं है।

सफाई को लेकर हुआ बदलाव
उन्‍होंने कहा कि पिछले 8-10 साल पहले रेलवे में सफाई को लेकर परेशानियां थी। लेकिन इसके बाद कई ऐसे पहल हुए जिस कारण रेलवे के पटरियों व स्‍टेशनों की सफाई व्‍यवस्‍था सुधरी है। उन्‍होंने भोपाल की कमलापति रेलवे स्‍टेशन व बंदे भारत ट्रेन का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से इन चीजों को शुरू किया गया वैसा ही आगे भी जारी रखा जाएगा।

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रेलवे की परीक्षाओं को लेकर कही यह बात
उन्‍होंने कहा कि रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षाओं को लेकर डेट आगे बढ़ाने का कोई प्‍लान नहीं हैं। जिन छात्र, छात्राओं के आवेदन आए थे, उनमें फोटोग्राफ व कई अन्‍य गलतियां थी। जिस कारण आवेदन रिजेक्‍ट किया गया था, लेकिन आवेदकों की मांग पर हाईकोर्ट ने सुधार के लिए समय देने को कहा है। अब जैसे ही सुधार कर आवेदन आता है। परीक्षा की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।


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