जब भी आप किसी बड़े संस्थान, परिसर या बड़े दफ्तर को देखते होंगे तो यह जरूर सोचते होंगे कि इस दफ्तर में जो सब कुछ सुचारु रूप से चल रहा है, उसके पीछे कौन है? चाहे वह इमारत की सुरक्षा हो, पार्किंग हो, बाकी सारी सुविधाएं और सफाई से लेकर तकनीकी संयंत्र या स्वचलित इमारत सूचना तंत्र हो। इन सभी का सुचारु रूप से चलना, वह भी चौसीब घंटे, सातों दिन बहुत जरूरी है। छोटी-छोटी चीजों जैसे खिड़की के शीशे साफ करने से लेकर, फर्श की सफाई व कोरोना दिशानिर्देश लागू करना, सभी कार्य बेहद जरूरी हैं।

कभी आपने सोचा कि ये सभी विभाग कैसे एक दूसरे से संयोजन करते हैं। अगर आप सोचें कि 20 या 50 या 80 मंजिला इमारत की लिफ्ट अगर ठीक काम न करें तो क्या होगा, अग्नि अलार्म तंत्र अगर किसी समय विफल हो जाए तो क्या होगा। पानी की आपूर्ति अगर सुचारु न हो तो क्या होगा, बिजली की आपूर्ति या जेनरेटर को हमेशा तैयार रखना अगर कुछ क्षणों के लिए बंद हो जाए तो क्या होगा। वातानुकूलन तंत्र अगर काम न करे तो क्या होगा।

ये सभी कार्य किसी ना किसी को तो संभालने ही होंगे। आज के दौर में इस तरह की नौकरियां अधिकतर शहरों में काफी तादाद में मौजूद हैं। बड़ी इमारतें जैसे शॉपिंग मॉल, बहुमंजिला परिसर, दफ्तर, हवाई अड्डे, मेट्रो स्टेशन, अस्पताल और कई तरह के बड़े व्यावसायिक और अव्यावसायिक कार्यालय आदि सभी को एक सुविधा प्रबंधन कंपनी की जरूरत होती है। इसके कर्मचारी सुविधा प्रबंधन से संबंधित सभी कार्यों को करने की क्षमता रखते हैं और इस तरह के कर्मचारियों को एक खास तरह कौशल की जरूरत होती है जो आप बीबीए (सुविधा एवं स्वच्छता प्रबंधन) में सीख सकते है।

छोटी शुरुआत

इस तरह के क्षेत्र में जाने के लिए आपको कोई तकनीकी पाठ्यक्रम करने की जरूरत नहीं है लेकिन आपको एक प्रबंधन की उपाधि की आवश्यकता होगी। इस तरह के क्षेत्र में करिअर बनाने के लिए आपकी शुरुआत एक सुपरवाइजर के तौर पर होती है और आप फिर प्रबंधक बनते हैं। उसके बाद आप अपनी काबिलियत और तजुर्बे के हिसाब से मुख्य कार्यकारी अधिकारी या मुख्य परिचालन अधिकारी के पद तक पहुंच सकते हैं। इस क्षेत्र में कार्यबल की मांग लगातार बढ़ रही है और इस तरह की प्रतिभा की काफी मांग है। इससे बड़ी संख्या में रोजगार पैदा हो रहे हैं।

बहुराष्ट्रीय कंपनियां कर रही हैं काम

इस क्षेत्र में काफी बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियां जैसे सर्विस मास्टर इंडिया, जेएलएल इंडिया, केअरवैल फैसिलिटीज और क्लीन इंडिया आदि काम कर रही है। कचरा प्रबंधन, जल संरक्षण, जल प्रबंधन, सफाई आदि भी आज के दौर में काफी महत्त्वपूर्ण क्षेत्र हैं। इसमें एक बेहतर करिअर मौजूद है। सुविधा प्रबंधन, स्वच्छता प्रबंधन, जल प्रबंधन, जल संरक्षण, सफाई में काफी पाठ्यक्रम बहुत सारे विश्वविद्यालयों में मौजूद है। जो विद्यार्थी अपना करिअर इस तरह के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं वे इन पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं।

कौशल पर दें ध्यान

अगर आपको सुविधाओं और स्वच्छता प्रबंधन में करिअर और पाठ्यक्रम चुनना है तो आप भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में शामिल न होकर बल्कि आप कौशल सीखें और इस क्षेत्र में एक अच्छा करिअर बनाएं और आगे बढ़ें। इस पाठ्यक्रम को करने के बाद आप निर्णय लेने के लिए डेटा और तकनीक का उपयोग करने के विशेषज्ञ बन जाएंगे। संपत्तियों और पर्यावरण के प्रबंधन में विशेषज्ञता हासिल कर पाएंगे। इस पाठ्यक्रम में आप सुरक्षा मानकों के बारे में गहराई से जान पाएंगे।

वेतनमान

यदि आप अच्छी तरह से पढ़ाई और प्रशिक्षण करते हैं तो आपका शुरुआती वेतन 20,000 से 30,000 रुपए के आसपास हो सकता है। ये करिअर उन विद्यार्थियों के लिए बहुत अच्छा जिनको एक साथ कई काम करने में मजा आता है और जिनको ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलने में मजा आता है। जो लोग ज्यादा जल्दी अपने करिअर में आगे बढ़ना चाहते हैं और मेहनत करने में विश्वास रखते हैं, उनके लिए यह करिअर बहुत अच्छा होता है। बारहवीं पास करने वाले विद्यार्थी जो अपने स्कूल के दौर में पढ़ाई से इतर गतिविधियों, एनसीसी, एनएसएस या अन्य गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं, उनके लिए इस करिअर में जाना बहुत बेहतर है।

पाठ्यक्रम कराने वाले अग्रणी संस्थान

दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय, दिल्ली
टेरी विश्वविद्यालय, दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
गलगोटिया विश्वविद्यालय, नोएडा

रिहान खान सूरी
(प्रति कुलपति, दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय)



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