करिअर के परिदृश्य में बदलती प्रौद्योगिकियों, अर्थव्यवस्थाओं के निजीकरण और विश्व के एक ग्राम के रूप में हो रहे बदलाव अब काफी स्पष्ट देखे जा सकते हैं। जो उद्योग एक दशक पहले मौजूद नहीं थे, वे आज सबसे बड़े नियोक्ता हैं। इसी तरह, कुछ सबसे ज्यादा मांग वाली नौकरियां आज भी पांच या दस साल पहले मौजूद नहीं थीं।

रुझान बताते हैं कि अगले कुछ बड़े अवसर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग, बिग डेटा, प्रोसेस ऑटोमेशन, रोबोटिक्स और ब्लॉकचेन से संबंधित होंगे। हालांकि पूरी तरह से अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि भविष्य कैसा दिखेगा, लेकिन यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि काम के माहौल में बदलाव की गति और उपलब्ध संसाधन आने वाले सालों में करिअर के स्वरूप को बदल देंगे। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक नौकरियों की नई श्रेणियां आंशिक रूप से या पूरी तरह से दूसरों को विस्थापित करने वाली होंगी। काम की मौलिक प्रकृति बदल रही है और भविष्य के लिए तैयारी करने की जरूरत है। मैकिन्से ग्लोबल इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट का कहना है कि 60 फीसद व्यवसायों में कम से कम 30 फीसद हिस्सा वे गतिविधियां हैं जो स्वचालित हो सकती हैं। यह उन नए व्यवसायों का भी निर्माण करेगा जो आज मौजूद नहीं हैं। ऐसी दशा में लघु अवधि के पाठ्यक्रम उद्योग में बढ़ते कौशल अंतर को पाटने के लिए आवश्यक हैं।

सोशल मीडिया मार्केटर : सोशल मीडिया अब केवल लोगों से जुड़ने या समाचारों को प्राप्त करने का माध्यम भर नहीं रह गया है। इसके माध्यम से युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिल रहा है। इस क्षेत्र का ऐसा ही रोजगार सोशल मीडिया मार्केटर का है जिसमें काफी संभावनाओं की कमी नहीं है।

डिजिटल मार्केटिंग : डिजिटल मार्केटिंग भारत सहित संपूर्ण विश्व में सबसे लोकप्रिय अल्पकालिक कंप्यूटर पाठ्यक्रम में से एक है जिसमें सर्च इंजन ऑप्टिमाईजेशन मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, कंटेंट राइटिंग मार्केटिंग, एफिलिएटेड मार्केटिंग, एनालिटिक्स को शामिल किया जाता है। डिजिटल मार्केटर्स की बढ़ती मांग और रोजगार के क्षेत्र में व्यापक लोकप्रियता को देखते हुए अनेकों शैक्षणिक संस्थान आजकल डिजिटल मार्केटिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम करवा रहे हैं। डिजिटल मार्केटिंग में अल्पकालिक ऑफलाइन पाठ्यक्रम तीन से छह महीने की अवधि के होते हैं किन्तु इच्छुक विद्यार्थी डिजिटल मार्केटिंग में अब ऑनलाइन पाठ्यक्रम में भी में प्रवेश ले सकते हैं।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता : डिजिटल युग और तेजी से बदलते औद्योगिक परिदृश्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कई उद्योगों को प्रभावित कर रही है और नौकरी की भूमिकाओं को बदल रही है। लगभग हर उद्योग में दुनिया कृत्रिम बुद्धिमत्ता की ओर देख रही है और इसे औद्योगिक व स्मार्टफोन क्रांति में अगला बड़ा तकनीकी परिवर्तन माना जा रहा है। अधिक से अधिक मंजे हुए पेशेवर, नौसिखिये युवा और मध्य स्तर के कर्मचारियों को अब इस बात का अनुभव हो गया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अन्य क्षेत्रों में अपने कर्मचारियों को कुछ नया सिखाने और औपचारिक प्रशिक्षण की जरूरत है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता में अल्पकालिक पाठ्यक्रम के जरिए करिअर को सुदृढ़ किया जा सकता है।

रोबोटिक्स : रोबोटिक्स इंजीनियरिंग का वह क्षेत्र है, जो रोबोट की डिजाइन और उसके व्यावहारिक प्रयोग से संबंधित है। इसमें मेनिपुलेशन और प्रोसेसिंग के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। उद्योगों में रोबोट्स का उपयोग निर्माण प्रक्रिया को तेज करने के लिए किया जाता है। रोबोटिक्स के अंतर्गत रोबोट का अनुरक्षण और अनुसंधान जैसे काम आते हैं। इस क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिक्स और कंप्यूटर साइंस जैसे सहयोगी क्षेत्रों का ज्ञान शामिल होता है। इसलिए इस क्षेत्र में करिअर बनाने वालों को इन क्षेत्रों से संबंधित तकनीकों से अवगत होना चाहिए। भारत में अब ढेर सारे तकनीकी संस्थान हैं, जहां रोबोटिक्स में अल्पकालिक पाठ्यक्रम कराया जाता है।

एनीमेशन : आजकल लोग अपनी महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं, प्रस्तुतीकरण, मनोरंजन या अन्य मुद्दों को असरदार तरीके से अन्य लोगों के सामने पेश करने के लिए एनीमेशन का सहारा लेते हैं। अगर आप बचपन से कार्टून देखने या बनाने में इंटरेस्ट लेते हैं तो यह पाठ्यक्रम अवश्य ही काफी फायदेमंद रहेगा क्योंकि अपनी मनचाहे क्षेत्र में अपना करिअर शुरू करने पर आप अच्छी कमाई करने के साथ-साथ अपनी रचनात्मकता भी दिखा सकेंगे। आजकल काफी विद्यार्थी एनीमेशन क्षेत्र में अल्पकालिक पाठ्यक्रम करके कोई भी रोजगार शुरू कर सकते हैं।

इसके अलावा अल्पकालिक पाठ्यक्रमों के अंतर्गत डेटा विज्ञान, प्रबंधकीय विशेषज्ञता, उद्यमिता विकास, अनुसंधान योग्यता, उभरती शिक्षा-पद्धतियों, शिक्षा-सामग्री विकास, बहुमाध्यमी (मल्टीमीडिया) विकास, प्रयोगशाला प्रयोग एवं नवाचार, कंप्यूटर शिक्षा, उद्योग-संस्थान अन्योन्य क्रिया इत्यादि को शामिल किया जा सकता है जिसमें प्रवेश लेकर कम समय में बेहतर करिअर का निर्माण हो सकता है।
– डॉ. पवन विजय
(एसोसिएट प्रोफेसर,
डीआइआरडी कॉलेज, दिल्ली)

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन, टेलीग्राम पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App। में रुचि है तो




सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई





Source link