हरियाणा में राज्य सरकार से सहायता प्राप्त कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष की लंबित परीक्षाएं सितंबर के अंत तक आयोजित होंगी। सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और परीक्षा नियंत्रकों की एक बैठक में यह फैसला किया गया। यह बैठक हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर बृज किशोर कुथिआला की अध्यक्षता में हुई थी। इन परीक्षाओं में दो लाख विद्यार्थियों के हिस्सा लेने का अनुमान है। परिणाम की घोषणा 31 अक्तूबर तक कर दी जाएगी। विद्यार्थियों ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा देने का विकल्प दिया गया है।

27 सितंबर को आयोजित होगी जेईई एडवांस
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), दिल्ली द्वारा देश के सभी आइआइटी के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन सितंबर के आखिरी सप्ताह के दौरान किया जाएगा। संस्थान ने परीक्षा की तिथि को 23 सितंबर से स्थगित करते हुए 27 सितंबर करने की घोषणा की है। जेईई मुख्य 2020 परीक्षा के आयोजन में हुई देरी के चलते जेईई एडवांस 2020 परीक्षा के आयोजन को लगभग एक सप्ताह के लिए आगे बढ़ाया गया है। वहीं, जेईई मुख्य परीक्षा के नतीजों की घोषणा के लिए 11 सितंबर 2020 की तिथि निर्धारित की गई है। जेईई एडवांस का आयोजन सुबह और दोपहर को तीन-तीन घंटों की दो पालियों में किया जाएगा, जो कि सुबह नौ बजे से और दोपहर ढाई बजे से शुरू होंगी। जेईई एडवांस 2020 परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी। परीक्षा के परिणामों की घोषणा पांच अक्तबर को की जानी है। वहीं, जेईई एडवांस 2020 परीक्षा के आधार पर आइआइटी दिल्ली द्वारा सीटों के आबंटन की प्रक्रिया छह अक्तूबर से शुरू कर दी जाएगी जो कि नौ नवंबर 2020 तक चलेगी।

13 सितंबर को होगा नीट का आयोजन
इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य कराने के बाद राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) ने 13 सितंबर को होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारियां तेज कर दी हैं जिसमें 16 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। कागज और कलम से होने वाली नीट के लिए देशभर में 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एनटीए ने नीट के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 2,546 से बढ़ाकर 3,843 कर दी है। वहीं, प्रत्येक कक्षा में पूर्व में 24 के स्थान पर केवल 12 विद्यार्थियों के ही बैठने की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वारा पर और कक्ष में सेनिटाइजर की व्यवस्था, बार कोड के माध्यम प्रवेश पत्र की जांच, परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि, एक-एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था, एक कमरे में कम विद्यार्थियों के बैठने की सुविधा और अलग-अलग समय पर प्रवेश और निकासी जैसे कुछ उपाय हैं जो एनटीए ने किए हैं। परीक्षा केंद्र पर एनटीए द्वारा छात्रों को मास्क मुहैया कराया जाएगा ताकि वे परीक्षा के दौरान इस मास्क को पहन सकें।

एक चौथाई भारतीय घरों में इंटरनेट : यूनिसेफ
ऑनलाइन शिक्षा पाने के लिए केवल 24 फीसद भारतीय परिवारों के पास इंटरनेट की सुविधा है। इंटरनेट तक पहुंच हासिल करने में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच एक बड़ा अंतर है। इससे उच्च, मध्यम और निम्न-आय वाले परिवारों में शिक्षा का अंतर और बढ़ सकता है। यूनिसेफ की एक नई रिपोर्ट के अनुसार यह जानकारी सामने आई है। यूनीसेफ की ओर से जारी ‘रिमोट लर्निंग रीचेबिलिटी रिपोर्ट’ में दूरस्थ ऑनलाइन शिक्षा हासिल करने के लिए जूझ रहे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। उपलब्ध आंकड़ों से संकेत मिलता है कि भारत में लगभग एक चौथाई (24 फीसद) घरों में इंटरनेट की सुविधा है। उच्च, मध्यम और निम्न-आय वाले परिवारों के बीच शिक्षा का अंतर और बढ़ सकता है, क्योंकि आर्थिक रूप से वंचित परिवारों के बच्चे दूरस्थ शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते।

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