हममें से अधिकतर लोग गलतियां करते हैं। इसका अर्थ यह नहीं होता कि गलती करने के बाद आपका सबकुछ समाप्त हो चुका है।

हममें से अधिकतर लोग गलतियां करते हैं। इसका अर्थ यह नहीं होता कि गलती करने के बाद आपका सबकुछ समाप्त हो चुका है। अगर आपसे कोई गलती हो गई है तो सबसे पहले खुद को संभालें। अपने आत्मविश्वास को बनाए रखें। ऐसी स्थिति में भावुक न होकर अपने नुकसान को कैसे कम किया जा सकता है, इसके बारे में सोचना चाहिए।

दुनिया में लोगों को तो बातें करने की आदत होती हैं। लोगों की बातों पर ध्यान न देते हुए गलती के परिणाम और प्रभाव के बारे में आकलन करें। इसके बाद गलती को देखते हुए आगे की रणनीति बनानी चाहिए। गलतियों से आपको यह पता चलता है कि कहां अधिक ध्यान देना है और कहां नहीं। गलती से हमें कार्य आरंभ करने से पूर्व की तैयारियों पर गौर करने और उस कार्य से संबंधित तमाम पहलुओ पर सोचने के बारे में अहम सीख मिलती है।

याद रखिए यदि गलती हो गई है और हम उस गलती से कुछ सीखते नहीं हैं तो हमारा विकास रुक जाएगा। ध्यान रखें गलतियां वही करते हैं जो कार्य करते हैं और कुछ नया करने की कोशिश करते हैं, इसलिए स्वयं को दोष देना बंद करें और अपना कार्य करते रहें। इससे ही आप अपनी मंजिल तक पहुंच पाओगे, नहीं तो बीच रास्ते में ही रुक जाओगे।


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