युवाओं को अपनी कविताओं के जरिए मंत्रमुग्ध कर देने वाले कवि कुमार विश्वास के पिता चाहते थे कि वे इंजीनियर बने पर उनका मन साहित्य में लगता था इसलिए वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई को बीच में छोड़ कर साहित्य की ओर चल पड़े। कुमार विश्वास आज भी अपनी कविता कोई दीवाना कहता है के लिए जाने जाते हैं। आईये जानते हैं कुमार विश्वास की शिक्षा के बारे में –

कुमार विश्वास का जन्म 10 फरवरी, 1970 को हुआ था। उनके पिता डॉ. चन्द्रपाल शर्मा आर एस एस डिग्री कॉलेज में प्रवक्ता थे। कुमार विश्वास की स्कूली शिक्षा लाला गंगा सहाय स्कूल, पिलखुवा में शुरू हुई और उसके बाद उन्होंने पिलखुवा के राजपुताना रेजिमेंट इंटर कॉलेज से अपना इंटरमीडिएट पूरा किया। डॉ. कुमार विश्वास के पिता चाहते थे कि वे इंजीनियरिंग में आगे बढ़ें, लेकिन कविता के प्रति उनकी लगन की वजह से उन्होंने हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की, जिसमें उन्होंने स्वर्ण-पदक भी प्राप्त किया। उन्होंने कौरवी लोकगीतों में लोकचेतना विषय में पीएचडी भी की है। इसके बाद 1994 में राजस्थान के एक डिग्री कॉलेज में प्रवक्ता के रूप में उन्‍होंने अपने करियर को शुरू किया। उनकी सबसे मशहूर किताब कोई दीवाना कहता है 2007 में प्रकाशित हुई। उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का विश्वविद्यालय गान या ‘कुल-गीत’ भी लिखा है।

अवार्ड: डॉ. कुमार विश्वास को 1994 में डॉ. कुंवर बेचैन काव्य-सम्मान एवम पुरस्कार समिति द्वारा ‘काव्य-कुमार पुरस्कार’ दिया गया था। वर्ष 2004 मे साहित्य भारती, उन्नाव के द्वारा ‘डॉ. सुमन अलंकरण’ पुरस्कार से नवाजा गया। हिन्दी-उर्दू अवार्ड अकादमी ने सन् 2006 में कुमार विश्वास को ‘साहित्य-श्री’ से नवाजा। एक हिंदी कवि के रूप में, वह महान ऊंचाइयों पर पहुंचे और खुद को श्रृंगार-रस के कवि के रूप में स्थापित किया। कुमार विश्वास नियमित रूप से पूरे भारत और दुनिया भर के देशों जैसे नेपाल, मस्कट, दुबई, अबू धाबी, सिंगापुर, जापान और यूएसए जैसे देशों में कवि सम्म्लेन करते हैं। उन्होंने टीवी सीरियल के लिए टाइटल गीत लिखे हैं। कुमार विश्वास राजनीति में भी रहे और उन्होंने चुनाव भी लड़े हैं।

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