केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कक्षा 12वीं की परीक्षा अब अपने अंतिम चरण में है। 4 अप्रैल को साइकोलॉजी के पेपर के साथ यह परीक्षा समाप्त होगी। 26 अप्रैल को 12वीं के स्टूडेंट अकाउंट्स का पेपर देने वाले हैं जिसको लेकर बोर्ड की ओर से एक विशेष मंजूरी दी जा सकती है। जी हां, बोर्ड अकाउंटेंसी परीक्षाओं में बेसिक नॉन-प्रोग्रामेबल कैलकुलेटर के इस्तेमाल की अनुमति देने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है स्टूडेंट्स के लिए लंबी गणनाओं से जुड़े संज्ञानात्मक भार को कम किया जा सके।

बोर्ड करेगा पैनल का गठन

बोर्ड की ओर से कहा गया है कि परीक्षा के दौरान एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए कैलकुलेटर के इस्तेमाल पर दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए एक पैनल का गठन किया जाएगा। बता दें कि अभी सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं परीक्षा में विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को कैलकुलेटर उपयोग करने की अनुमति है।

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बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है, “बोर्ड की पाठ्यक्रम समिति ने प्रस्ताव दिया था कि कक्षा 12वीं की अकाउंटेंसी परीक्षा में बेसिक, नॉन-प्रोग्रामेबल कैलकुलेटर की अनुमति दी जाए, जो सामान्य वित्तीय गणनाओं जैसे कि जोड़, घटाव, गुणा, भाग और प्रतिशत गणना के लिए आवश्यक कार्यों तक सीमित हो।”

CISCE ने 2021 में ही दे दी थी मंजूरी

बता दें कि सीबीएसई से पहले भारतीय विद्यालय प्रमाण पत्र परीक्षा परिषद (CISCE) ने 2021 में ही 12वीं के छात्रों को कैलकुलेटर के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी। अकाउंटेंसी परीक्षाओं में कैलकुलेटर के उपयोग से छात्रों के लिए परीक्षा प्रक्रिया आसान होने की उम्मीद है, जिससे उन्हें मैन्युअल रूप से लंबी गणना करने के बजाय अवधारणाओं को समझने और लागू करने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।




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