Board Exam 2020: दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के कमरा नंबर 2343 में गुरुवार को कुछ ऐसा हुआ जो शायद पहले कभी नहीं हुआ। होशियारपुर की माउंट कार्मेल स्‍कूल की छात्रा सरबजोत कौर 10वीं की छात्रा हैं। तीन हफ्ते पहले उनकी जानलेवा बीमारी का पता चला था जिसके चलते वह अपनी बोर्ड की परीक्षा देने परीक्षा केंद्र नहीं जा सकती थीं। सरबजोत ने इच्‍छा व्‍यक्‍त की थी कि वह परीक्षा देना चाहती हैं। उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए, ICSE बोर्ड ने उनके स्कूल को अस्पताल में परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दी।

टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, अस्‍पताल के कमरा नंबर 2343 को परीक्षा के लिए चुना गया और एक इस कमरे में दोपहर के शिफ्ट में एक सील बंद लिफाफे में अंग्रेजी के प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं के साथ एक इंविजिलेटर बीमार छात्रा की परीक्षा लेने पहुंचे।

अपोलो अस्पताल में हेमेटोलॉजी और बोनमैरो ट्रांस्‍प्‍लांट के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. शिशिर सेठ ने कहा, “परीक्षा के दौरान, केवल छात्र और परीक्षक को ही अंदर जाने की अनुमति थी। डॉक्टर्स की टीम किसी भी चिकित्सा सहायता के लिए स्टैंडबाय पर थी, लेकिन सौभाग्य से, इसकी कोई जरूरत नहीं पड़ी।” परीक्षा सही तरीके से पूरी हुई और छात्रा की कॉपी जमा कर परीक्षक चले गए।

अब अगला विषय गणित है जिसकी परीक्षा 03 मार्च को होनी है। बोर्ड के वरिष्‍ठ अधिकारी ने कहा, “हम उम्मीद कर रहे हैं कि कौर अगली परीक्षा तक अस्‍पताल से लौट आएंगी और तब तक परीक्षा केंद्र में जा पाएगी। यदि ऐसा नहीं भी हो पाता है तो अगली परीक्षा भी अस्‍पताल में ही आयोजित की जा सकती है।”

छात्रा की मां रेहम कौर ने कहा कि उनकी बेटी स्कूल में टॉपर्स में से एक थी। वह परीक्षा के लिए बहुत मेहनत कर रही थी, लेकिन अचानक बीमार हो गई। टेस्ट से पता चला कि उसे AML (Acute Myeloid Leukemia) नामक गंभीर बीमारी है। उसका इलाज चल रहा है।

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