JEE (Main) परीक्षा एक से छह सितंबर तक चलेगी। वहीं, NEET (UG) परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित कराई जाएगी। शुक्रवार को यह ऐलान राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की ओर से किया गया। यह घोषणा तब की गई, जब COVID-19 के मद्देनजर इन परीक्षाओं को टालने की मांग की जा रही है।

BJP सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इसी बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। उन्होंने गुजारिश के साथ चेताते हुए कहा है कि NEET परीक्षाएं टाल दीजिए या फिर आत्महत्याएं बढ़ने दीजिए। स्वामी ने ये परीक्षाएं दिवाली के बाद कराने का सुझाव दिया है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया, “मैं जब NEET एग्जाम को टालने की बात कह रहा हूं, तब मेरा मतलब सभी मिलते-जुलते एंट्रेस एग्जाम्स से है। मसलन JEE आदि।” पीएम को लिखे पत्र में स्वामी ने लिखा- परीक्षा आयोजित कराने से मेरी राय में देशभर के युवाओं द्वारा बड़ी संख्या में आत्महत्याएं की जा सकती हैं।

बीजेपी सांसद ने मुंबई का एक उदाहरण दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया, “कोई सार्वजनिक परिवहन नहीं है और लोगों को अन्य क्षेत्रों से आना पड़ता है। अक्सर 20 से 30 किमी दूर।”

स्वामी ने आगे तर्क दिया- ऐसा COVID-19 महामारी के कारण कई स्थानों पर लागू प्रतिबंधों के चलते है। राज्यसभा सांसद ने पीएम को लेटर के जरिए आगे कहा- युवाओं में बड़े स्तर पर निराशा है। यह परीक्षा उनके लिए एक मेक या ब्रेक अफेयर जैसा है और उन्हें यह तभी करना चाहिए, जब वे इसके लिए पूरी तरह से तैयार हों।

भाजपा सांसद ने इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से बात की थी। पीएम मोदी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा था- पोखरियाल को दिवाली से आगे परीक्षा रखने के उनके सुझाव के प्रति “सहानुभूति” थी। हालांकि, इसे प्रधानमंत्री की “सहमति” की जरूरत है।

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