BJP के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने हाल ही में राज्यसभा के लिए निर्विरोध नवनिर्वाचित सदस्य के तौर पर शपथ ली। उन्हें सदस्यता की यह शपथ सभापति सह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दिलाई। सुशील मोदी की छात्र राजनीति की शुरूआत 1971 में ही हो गई थी। वे विश्विद्यालय संघ की 5 सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य निर्वाचित हुए थे। आइये जानते हैं सुशील मोदी की शैक्षिक योग्यता के बारे में –

सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी, 1952 को पटना में मोती लाल मोदी और रत्ना देवी के घर में हुआ था। इनकी स्कूली शिक्षा पटना से हुई वहीं 1968 में मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की। आगे की पढ़ाई के लिए सुशील मोदी ने पटना साइंस कॉलेज में प्रवेश लिया। 1973 में उन्होने वनस्पति विज्ञान से ग्रेजुएशन प्रथम श्रेणी में पास किया। इसके बाद पटना विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान से एमएससी में प्रवेश ले लिया परंतु 1974 में जेपी आंदोलन के प्रभाव में उन्होंने पढ़ाई को छोड़ दिया था।

सुशील मोदी छात्र जीवन में ही राजनीति में सक्रिय रहे, 1971 में पटना विश्विद्यालय संघ की 5 सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। इसके बाद 1973 में वे महामंत्री भी चुने गए। उस समय पटना विश्विद्यालय संघ के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और संयुक्त सचिव रविशंकर प्रसाद चुने गए थे। वे वर्ष 1977 से 1986 तक ABVP में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।

सुशील कुमार मोदी ने वर्ष 1990 में पटना केन्द्रीय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विधानसभा पहुंचे, वे 1995 और 2000 में भी इसी सीट से चुनाव जीते। वर्ष 2004 में भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की और 2005 में संसद सदस्यता से इस्तीफा देकर विधान परिषद के लिए निर्वाचित होकर उपमुख्यमंत्री बने। सुशील मोदी की पत्नी का नाम जेसी जॉर्ज है तथा उनके दो बेटे हैं। उन्होंने ‘रिजर्वेशन’ और ‘क्या बिहार भी बनेगा असम’ नाम से दो किताबें लिखी हैं।

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