देश में कोरोनावायरस महामारी के कारण लाखों लोग प्रभावित हैं। रोजाना COVID-19 से संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में देश को कोरोनायोद्धाओं की जरूरत है जिनमें डॉक्टर्स भी शामिल हैं। लेकिन हालात ऐसे हैं कि COVID वार्डों के लिए MBBS डॉक्टर्स जुटाना मुश्किल होता जा रहा है। हालांकि इसकी वजह हाई रिस्क के साथ-साथ कम सैलरी भी बताई जा रही है। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट की माने तो नोएडा प्रशासन, COVID वार्डों के लिए MBBS डॉक्टरों की भर्ती नहीं कर पा रहा है।
दरअसल, कोरोनावायरस से बचाव के लिए बनाए गए लेकिन जैसे-जैसे बढ़ते मामलों ने COVID अस्पतालों की स्थापना की आवश्यकता को पूरा किया है, नोएडा प्रशासन को इन सुविधाओं के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है। COVID वार्डों के लिए MBBS डॉक्टरों के लिए नोएडा प्रशासन के विज्ञापन एक महीने में एक भी आवेदन आमंत्रित करने में कामयाब नहीं हुए हैं। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहना है कि श्रेणी A जिले में COVID ड्यूटी के लिए दिए जा रहे 50,000 रुपए के पारिश्रमिक को कई डॉक्टरों ने कम बताया था। शायद इसीलिए इन छह महीनों का उपयोग साल में इतने कम वेतन के लिए उच्च जोखिम वाली परिस्थितियों में काम करने के बजाय विशेषज्ञता के लिए तैयार करेगा। यही कारण है कि हमें उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं।’ हालांकि इन हालातों के मद्देनजर, प्रशासन ने डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया को काफी सरल बनाया है और यह सिर्फ वॉक-इन-इंटरव्यू पर आधारित है।
यूपी के A कैटेगरी में आने वाले जिले जैसे लखनऊ, आगरा, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ और गोरखपुर आदि में डॉक्टरों को 50,000 रुपए, श्रेणी बी के जिले जैसे फैजाबाद, हरदोई, मुजफ्फरनगर, बस्ती, आजमगढ़, बलिया आदि दूर के जिलों में 55,000 रुपए, सी और डी श्रेणियों के जिलों में डॉक्टरों को 60,000 रुपए से 65,000 रुपए तक मासिक वेतन देने की पेशकेश की गई है।
बता दें कि, यूपी सरकार ने अक्टूबर 2019 में राजकीय मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत जूनियर व सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों का वेतन भी बढ़ाया था। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे के अनुसार, आगरा, कानपुर, प्रयागराज, मेरठ, झांसी, गोरखपुर, जालौन, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, सहारनपुर और बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में जूनियर रेजीडेंट फर्स्ट ईयर पीजी/डिप्लोमा का वर्तमान वेतनमान 15600-39100 रुपए ग्रेड पे 5400 था जिसे संशोधित करते हुए 56100-177500 किया गया। इसी तरह जूनियर रेजीडेंट सेकंड ईयर और थर्ड ईयर को भी प्रस्तावित वेतनमान दिया जाएगा। सीनियर रेजीडेंट फर्स्ट ईयर पीजी/डिप्लोमा जिनका वेतनमान 15600-39100 और ग्रेड वेतन 6600 था, उन्हें संशोधित वेतनमान 67700-208700 किया गया। इसी तरह सेकंड व थर्ड ईयर के डॉक्टरों का संशोधित वेतनमान तय किया गया था।
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