केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला लेने की चाहा रखने वाले विदेशी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए एक खुशखबरी है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला लेने की चाहा रखने वाले विदेशी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए एक खुशखबरी है। सीबीएसई के स्कूलों में दाखिला लेने के लिए अब विदेशी बोर्ड के विद्यार्थियों को अनुमति नहीं लेनी पड़ेगी। सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के बाद कई परिवार विभिन्न कारणों से विदेशों से लौट रहे हैं।
विद्यार्थियों के अनुमति संबंधी आवेदन की संख्या बढ़ने के बाद ये कदम उठाया गया है। सीबीएसई के मुताब् िकोरोना महामारी के बाद कई परिवार भारत आ रहे हैं। इसलिए विदेशी बोर्ड में पढ़ रहे कई विद्यार्थी सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला ले रहे है। सीबीएसई के अधिकारी ने आगे कहा कि दो अलग-अलग बोर्ड की कक्षाओं की समानता के आधार पर दूसरे बोर्ड के विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाता है तो विदेशी बोर्ड से आ रहे छात्र स्कूलों के जरिए सीबीएसई को आवेदन दे रहे हैं कि उन्हें समानता के आधार पर नौवीं और 11वीं कक्षाओं में दाखिला लेने की अनुमति दी जाए।
इन छात्रों और उनके परिवारों की समस्याओं और मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने फैसला लिया है। अब से विदेशी बोर्ड से आ रहे छात्रों को सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला लेने के लिए ऐसी कोई पूर्व अनुमति नहीं लेनी होगी। उन्होंने कहा कि विदेशी बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की सीबीएसई की कक्षाओं से समानता की सूची हमारी वेबसाइट पर दी गई है। अब स्कूल सीबीएसई से कोई अनुमति लिए बिना छात्रों को दाखिला दे सकते हैं।
आइआइटी रोपड़, एनआइटी श्रीनगर और जालंधर के विद्यार्थी करेंगे एक साथ शोध
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रोपड़, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) श्रीनगर और एनआइटी जालंधर ने सहयोगात्मक अनुसंधान कार्यों, पीएचडी छात्रों की संयुक्त पर्यवेक्षण, संयुक्त कार्यशालाओं और सेमिनारों आदि सहित पारस्परिक हित के क्षेत्रों में अकादमिक और अनुसंधान गतिविधियों पर सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
एनआइटी के मेधावी छात्रों का स्वागत करने के लिए आइआइटी रोपड़ में अपने अंतिम सेमेस्टर (एस) लगाने, पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने और एक परियोजना करने की पहल का एक हिस्सा है। छात्रों को एक कठोर चयन प्रक्रिया के माध्यम से जाना होगा और उनकी निरंतर उत्कृष्टता के अधीन, आइआइटी रोपड़ में पीएचडी कार्यक्रमों में जल्द प्रवेश के लिए विचार किया जाएगा। समझौता ज्ञापन में अकादमिक और अनुसंधान गतिविधियों पर सहयोग के दायरे में पारस्परिक हित, छात्रों और संकाय के आदान-प्रदान, अकादमिक सूचनाओं का आदान-प्रदान, विद्वता से जानकारी, सामग्री और प्रकाशन और आइआइटी रोपड़ में पीएचडी के लिए एनआइटी श्रीनगर के छात्रों का प्रवेश शामिल है।
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तारीखें घोषित, सात से 16 जनवरी तक होगी परीक्षा
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021 की तारीखें घोषित कर दी हैं। यह परीक्षा परीक्षा सात जनवरी से शुरू होगी और 16 जनवरी तक दो सत्रों में आयोजित की जाएगी। पहला सत्र सुबह नौ बजे से दोपहर बारह बजे तक और दूसरा सत्र दोपहर में दो से शाम पांच बजे तक आयोजित किया जाएगा। वहीं, परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र नियत समय में अपलोड किए जाएंगे। ऐसे में उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट को देखते रहें। सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा में सफल होने के बाद उम्मीदवारों को साक्षात्कार में शामिल होना होगा। इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से कुल 712 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। बता दें कि प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 10 अक्तूबर 2021 को घोषित किया गया था।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नौवीं और ग्यारहवीं के फार्म भरने की बढ़ाई तिथि
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने कक्षा नौवीं और 11वीं में पंजीकरण और हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के फार्म भरवाने की अंतिम तिथि एकबार फिर बढ़ा दी है। अब विद्यार्थी 15 दिसंबर 2021 तक उक्त कक्षाओं के लिए आवेदन कर पाएंगे।
Source link