आज की भागदौड़ से भरी दुनिया में लोगों के शारीरिक कार्यों में कमी आई है और मानसिक तनाव बढ़ गया है। यही वजह है कि लोग शरीर को रोगमुक्त और मन को शांत रखने के लिए योग को अपनाने लगे हैं। लेकिन गलत तरीके से किया गया योग फायदे के स्थान पर नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए लोग योग प्रशिक्षक के जरिए योग करना पसंद करते हैं। यही वजह है कि इन दिनों अच्छे और योग्य योग प्रशिक्षकों की मांग बढ़ गई है और योग एक बेहतर करिअर विकल्प के रूप में उभरा है।
वैसे तो योग सिखाने के लिए किसी डिग्री की जरूरत से ज्यादा खुद की जानकारी ही काम आती है लेकिन, अपना योग केंद्र खोलने के लिए आपको योग में डिग्री हासिल करनी चाहिए। देश में कई ऐसे संस्थान हैं जो योग में अलग-अलग स्तर पर पाठ्यक्रम चलाते हैं। ये पाठ्यक्रम प्रमाणपत्र से लेकर पीएचडी तक हैं। इन्हें करने के बाद आप योग को बतौर करिअर अपना सकते है।
भारत में दसवीं या बारहवीं के बाद भी योग से जुड़े कई प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इसके अलावा योग में डिप्लोमा, बीएड और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी किए जा सकते हैं। एक अच्छे योग प्रशिक्षक को पोषण, फिटनेस, वजन प्रबंधन, तनाव प्रबंधन आदि जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देना होता है। योग प्रशिक्षक बनने के लिए योग की विधियों का ज्ञान होना बहुत आवश्यक है। योग प्रशिक्षक बनने से पहले जरूरी है कि आपको योग की पूरी समझ और जानकारी हो। योग में आसनों को बिल्कुल सही तरीके से करना आवश्यक होता है।
योग से संबंधित पाठ्यक्रम करने के बाद योग प्रशिक्षक बनने के इच्छुक लोगों को चाहिए कि वह कुछ साल योग का गहनता के साथ अभ्यास करें। योग की जानकारी के साथ योग करने की गुणवत्ता भी महत्त्वपूर्ण होती है। आप योग का पाठ्यक्रम करने के बाद किसी स्कूल या कालेज में योग शिक्षक के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। देश में कई ऐसे योग शिक्षण संस्थान हैं, जहां योग शिक्षकों के लिए भरपूर जगह है।
इतना ही नहीं योग शिक्षक अपना खुद का काम भी शुरू कर सकते हैं। प्रशिक्षण केंद्र खोलकर एक अच्छा प्रशिक्षक आराम से 20-30 हजार रुपए महीना कमा सकता है। वहीं, अगर प्रशिक्षक किसी के घर पर जाकर योग सिखाता है तो वहां का शुल्क और ज्यादा होता है। जबकि खास बामीर से जूझ रहे मरीजों को योग सिखाने पर प्रति महीने करीब 50-60 हजार रुपए कमाए जा सकते हैं। अनुभव के साथ प्रशिक्षक की कमाई भी बढ़ती जाती है। कई बार यह कमाई एक से दो लाख रुपए महीने भी हो सकती है।
प्रस्तुति : सुशील राघव
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