देश की चार बड़ी आईटी कपंनियों में नौकरी की बहार आने वाली है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल ने पहली तिमाही के अपने हायरिंग अनुमानों को बढ़ाया है।
देश के आईटी सेक्टर में नौकरियों की भरमार आने वाली है। कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां हजारों कर्मचारियों को भर्ती करने की योजना बना रही है।
भारत की चार बड़ी आईटी सेवा कंपनियों ने 2021 में मजबूत मांग और नौकरी छोड़ने के कारण 120,000 से अधिक फ्रेशर्स को नियुक्त करने का फैसला किया है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल ने पहली तिमाही के अपने हायरिंग अनुमानों को बढ़ाया है। नए अनुमानों के अनुसार 1,60,000 से अधिक फ्रेशर्स को नियुक्त किए जाने की संभावना है।
भारत की ये चार सबसे बड़ी आईटी कंपनियां भारत के 4.6 मिलियन सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को रोजगार देती है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने साल के पहले छह महीनों में 1,02,517 लोगों को नौकरी दिया है। जिसमें फ्रेशर और लेटरल हायर दोनों है। इन चार कंपनियों ने बड़े नए सौदे के साथ-साथ और परियोजना पाइपलाइन की सूचना दी है।
टीसीएस- राजस्व और बाजार पूंजी के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी टीसीएस है। इसने पिछले सप्ताह इस वर्ष के दौरान अपनी नियुक्ति का अनुमान 43,000 से बढ़ाकर 78,0000 कर दिया है। कंपनी का एट्रिशन रेट पहली तिमाही में 8.6% 11.9% से बढ़ गया।
इंफोसिस– इंफोसिस ने नियुक्तियों का अनुमान बढ़ाते हुए कहा है कि जिस तरह की मांग बाजार दिख रहा है, वह असामान्य रूप से अधिक है। पिछली बार इस तरह की मांग 2010 या उससे भी पहले की है। 20 सितंबर को समाप्त तिमाही तक कंपनी का एट्रिशन जून के अंत में 13.8% से बढ़कर 20% से अधिक हो गया। इंफोसिस ने भी नौकरी देने के अनुमान बढ़ाते हुए 35,000 से 45,000 फ्रेशर्स को लेने की कर दी है।
विप्रो- इस कंपनी ने पिछली तिमाही के दौरान 11,745 कर्मचारियों को काम पर रखा था, जिसमें से 8,000 फ्रेशर थे। अब चालू वित्त वर्ष में 16,000-17,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने का लक्ष्य विप्रो ने रखा है। कंपनी का लक्ष्य अगले साल 25,000-30,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करना है।
एचसीएल– एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने गुरुवार को कहा कि कंपनी इस साल 20 हजार से 25 हजार फ्रेशर को हायर करने की योजना बना रही है।
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