UPSC: कविता रामू जब केवल चार साल की थीं, तब उनकी मां उन्हें गुरु नीला कृष्णमूर्ति के पास ले गईं। कविता के पिता एक आईएएस अधिकारी थे और इसलिए उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया।
UPSC: यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस बनने वालों की कोई न कोई कहनी (IAS Success Story) जरूर होती है। कई गरीबी से लड़ते हुए इस मुकाम को हासिल करता है तो, कोई लाखों की नौकरी को छोड़ कर यहां तक पहुंचता है। आज हम बात करने जा रहा आईएएस कविता रामू (Kavitha Ramu Success Story) की, जो पेशे से आईएएस अफसर होने के साथी ही एक शानदार भरतनाट्यम डांसर भी हैं।
कविता रामू जब केवल चार साल की थीं, तब उनकी मां उन्हें गुरु नीला कृष्णमूर्ति के पास ले गईं। उन्होंने गुरु नीला से भरतनाट्यम की मूल बातें सीखीं और जल्द ही नृत्य उनका जुनून बन गया। कविता रामू अब तक 600 से ज्यादा स्टेज परफॉर्मेंस दे चुकी हैं। जब कविता रामू आठ साल की थीं, तब उन्हें 1981 में पांचवें विश्व तमिल सम्मेलन में प्रदर्शन करने का मौका मिला। कविता तीन दशकों से मंच पर प्रदर्शन कर रही हैं
बचपन से ही कविता अपने पिता से बहुत प्रेरित थी। कविता के पिता एक आईएएस अधिकारी थे और इसलिए उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि कविता रामू न केवल यूपीएससी क्रैक करने में सफल रहीं बल्कि शास्त्रीय नृत्य के क्षेत्र में भी अपना नाम बनाया।
कविता ने बड़ी होकर आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया और ग्रेजुएशन के लिए इकोनॉमिक को चुना। कविता ने पोस्ट-ग्रेजुएशन में यूपीएससी की तैयारी शुरू की और पोस्ट-ग्रेजुएशन में कॉलेज टॉपर भी रही। सबसे पहले, कविता तमिलनाडु की सार्वजनिक सेवाओं को पास करने में सफल रही और 2022 में उन्होंने यूपीएससी को पास किया।
सिविल सेवक के रूप में अपने करियर के दौरान, कविता रामू को चेन्नई के नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सहायक आयुक्त, वेल्लोर में राजस्व मंडल अधिकारी और तमिलनाडु रोड सेक्टर प्रोजेक्ट (TNRSP) में राहत और पुनर्वास के लिए संयुक्त आयुक्त के रूप में तैनात किया गया है। उन्होंने तमिलनाडु राज्य पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक और संग्रहालयों के निदेशक के रूप में भी काम किया। वर्तमान में कविता रामू एकीकृत बाल विकास योजना की निदेशक हैं।
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