रिपोर्ट के अनुसार, 52 प्रतिशत भारतीय कंपनियों का मानना है कि अगले 12 माह के दौरान उनका राजस्व परिदृश्य सकारात्मक रहेगा। 2020 की चौथी तिमाही में ऐसा मानने वाली कंपनियों की संख्या 37 प्रतिशत थी।
भारत में ऊंचे वेतन का दौर अगले साल से फिर लौटने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में भारत में कर्मचारियों के वेतन में औसतन 9.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। 2021 में इसके आठ प्रतिशत रहने का अनुमान है। वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग और समाधान कंपनी विलिस टावर्स वॉटसन की ‘वेतन बजट योजना रिपोर्ट’ में कहा गया है कि कंपनियों के सामने कर्मचारियों को आकर्षित करने और उन्हें अपने साथ जोड़े रखने की चुनौती है। ऐसे में 2022 में कंपनियां कर्मचारियों को अधिक वेतनवृद्धि देंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया-प्रशांत में अगले साल सबसे अधिक वेतनवृद्धि भारत में होगी। अगले 12 माह के दौरान कारोबारी परिदृश्य में सुधार की उम्मीद है। यह रिपोर्ट छमाही सर्वे है। यह सर्वे मई और जून, 2021 के दौरान एशिया-प्रशांत की विभिन्न उद्योग क्षेत्रों की 1,405 कंपनियों के बीच किया गया। इनमें से 435 कंपनियां भारत की हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 52 प्रतिशत भारतीय कंपनियों का मानना है कि अगले 12 माह के दौरान उनका राजस्व परिदृश्य सकारात्मक रहेगा। 2020 की चौथी तिमाही में ऐसा मानने वाली कंपनियों की संख्या 37 प्रतिशत थी। कारोबारी परिदृश्य में सुधार से नौकरियों की स्थिति भी सुधरेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 प्रतिशत कंपनियां अगले एक साल के दौरान नयी नियुक्तियों की तैयारी कर रही हैं। यह 2020 की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कामकाज मसलन इंजीनियरिंग (57.5 प्रतिशत), सूचना प्रौद्योगिकी (53.3 प्रतिशत), तकनीकी कौशल (34.2 प्र्रतिशत) बिक्री (37 प्रतिशत) और वित्त (11.6 प्रतिशत) में सबसे अधिक भर्तियां देखने को मिलेंगी। इन नौकरियों में कंपनियां ऊंचे वेतन की पेशकश करेंगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में नौकरी छोड़ने की दर भी क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में कम रही है।
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