वर्तमान परिदृश्य में प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग उद्योग की महत्ता अत्यधिक बढ़ी हैं।

वर्तमान परिदृश्य में प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग उद्योग की महत्ता अत्यधिक बढ़ी हैं। कोरोना विषाणु संक्रमण महामारी के उपरांत पैक किए गए भोजन की मांग और नकली उत्पाद के प्रति उपभोक्ताओं की जागरूकता बढ़ना इसके प्रमुख कारण हैं। प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग क्षेत्र एक तेजी से बढ़ता उद्योग है, जिसमें नवाचार और रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।

हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक पैकेजिंग-प्रिंटिंग बाजार का आकार वर्ष 2020 में 352.01 अरब अमेरिकी डालर से बढ़कर वर्ष 2025 तक 433.40 अरब अमेरिकी डालर होने का अनुमान है। इसके अलावा भारतीय मुद्रण उद्योग का विकास 12 फीसद प्रतिवर्ष की दर है। समय की मांग के अनुरूप व तेजी से बदलती हुई तकनीक के कारण इस क्षेत्र में विभिन्न स्तर पर कुशल कर्मचारियों की जरूरत पड़ती है, जो रोजगार को बढ़ावा देता है।

प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग का महत्त्व
किसी भी उत्पाद के महत्त्व व गुणवत्ता को दर्शाने के लिए उच्च स्तर की प्रिंटिंग व पैकेजिंग की तकनीक का सहारा लिया जाता है। विभिन्न कंपनियां अपने उत्पादों की ब्रांडिंग, प्रिंटिंग व पैकेजिंग के सहारे ही करती हैं। क्या आप कभी किसी भी उत्पाद को डिब्बे पर कोई जानकारी के बिना खरीदना पंसद करेंगे? स्वाभातिक है नहीं। प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग किसी भी उत्पाद की गुणवत्ता व उसके बारे में जानकारी संप्रोषित करने का एक प्रभावी तरीका है। किसी भी उत्पाद की ब्रांडिंग, ‘विजुअल मार्केटिंग’ व विश्वसनियता के लिए प्रिंटिंग व पैकेजिंग बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। अन्य क्षेत्र जैसे प्रिंटिड इलेक्ट्रोनिक्स, 3डी प्रिंटिंग, ‘मोडिफाइड एटमासफोरेक पैकेजिंग’ इस क्षेत्र में नवोचारोन्मुख क्षेत्रों में से है।

रोजगार के अवसर
प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग उद्योग देश के सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है। इस क्षेत्र में करिअर की अपार संभावनाएं हैं। यह क्षेत्र योग्य लोगों को अनेक अवसर प्रदान करता है। इस क्षेत्र में कोर्स करने के बाद आप विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, समाचार पत्रों, विज्ञापन एजंसियों, सरकारी और निजी प्रकाशन गृहों में अच्छी नौकरी पा सकते हैं। देश में इस समय ढ़ाई लाख से अधिक प्रिंटिंग की कंपनियां हैं जो कि विश्व में सर्वाधिक है, इसके अनुपात में प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग क्षेत्र में डिग्री धारकों की संख्या बहुत कम है।

प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग में नौकरी
इस क्षेत्र में कोर्स करने के बाद आप विभिन्न निजी व बहुराष्ट्रीय कंपनियों में प्रिंटिंग सुपरवाइजर, उत्पादन प्रबंधक, प्लांट प्रबंधक, गुणवत्ता प्रबंधक और प्रिंटिंग टेक्नोलाजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। इसके अलावा केंद्र व राज्य सरकारों के अधीन विभिन्न मंत्रालयों, सचिवालयों, प्रकाशन गृहों, गवर्नमेंट आफ इंडिया प्रेस व शिक्षण संस्थानों में काम करने का अवसर मिलता है। सरकारी सेवाओं में बैक नोट प्रेस, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, एनसीईआरटी, एनआइएससीआइआर, सर्वे आफ इंडिया, एसपीएमसीआइएल, व प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी निदेशालय में विभिन्न पदों पर काम करने का अवसर मिलता है।

उपलब्ध पाठ्यक्रम
प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग तकनीकी के क्षेत्र में देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में एमटेक, बीटेक, बीई, बीवोक, बीएससी, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इस क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने के लिए कुछ संस्थान पीएचडी प्रोग्राम भी संचालित कर रहे हैं।

प्रमुख शिक्षण संस्थान
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़
जाधवपुर विश्वविद्यालय, कोलकात्ता
गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार
अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई
पीवीजीसीओइटी, पुणे
एमआईटी, मनिपाल
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल
भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली व विभिन्न रिजिनल इंस्टीट्यूट इन प्रिंटिंग टेक्नोलाजी इत्यादि शामिल हैं।

  • संदीप बूरा
    (शिक्षक, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़)

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