आरआरबी एनटीपीसी (RRB NTPC Exam) के नतीजों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बिहार में छात्रों ने जमकर हंगामा किया। पटना समेत कई शहरों में छात्रों के हंगामे की वजह से रेल सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।

आरआरबी एनटीपीसी (RRB-NTPC Exam) के नतीजों को लेकर बिहार में छात्रों का चल रहा आंदोलन हिंसक हो गया। नाराज छात्रों ने आरा में ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया है। इसके अलावा कई जगह रेल सेवाएं बाधित हुई हैं। प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद रेल मंत्रालय ने दोनों परीक्षाओं (एनटीपीसी और लेवल 1) को स्थगित कर दिया है और इस मुद्दे को लेकर कमेटी का गठन किया है। इस मामले पर पटना में कोचिंग के चर्चित शिक्षक खान सर ने कहा है कि सरकार ने जो कदम आज उठाए हैं, उसे पहले उठा लेते तो आज ये नौबत नहीं आती।

मीडिया से बात करते हुए खान सर ने कहा, “8 मिलियन ट्वीट कराने के दौरान ही सरकार ने ये कदम उठाया होता इतना उपद्रव नहीं होता। लड़कों ने आरा में जो किया, वह गलत है। हिंसा स्वीकार नहीं है और ये नहीं होना चाहिए। आरआरबी ने एक उचित कदम उठाया है कि सारे छात्रों से उनके सुझाव 16 फरवरी तक मांगे हैं और हर आरआरबी से कहा है कि अपनी रिपोर्ट वे 4 मार्च तक सौंपें।”

खान सर ने इस मामले पर आगे कहा, “5 मेंबर्स की कमेटी बनाई है, इसके बाद देखते हैं क्या होगा। आरआरबी को यह काम पहले कर लेना चाहिए था। 2019 की भर्ती में जो नोटिफिकेशन आया था, उसे अचानक आप 15 दिन पहले कहिएगा तो लोगों में थोड़ी सी गलतफहमी हो जाएगी।”

अपने ऊपर लगे आरोपों को खान सर ने खारिज किया और कहा कि कुछ स्वतंत्र यूट्यूबर घूम रहे हैं जो कुछ भी बोल सकते हैं। साथ ही उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि चीजों को सही तरीके से पहुंचाया जाए। खान सर ने कहा कि कई जगह से लड़के प्रदर्शन करने की बात कर रहे थे लेकिन उनको रोका। खान ने कहा कि वह प्रशासन का हर तरीके से सहयोग कर रहे हैं और उपद्रव को रोक रहे हैं।

उधर, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और छात्रों से निवेदन किया कि रेलवे उनकी संपत्ति है, अपनी संपत्ति को संभालकर रखें। रेल मंत्री ने कहा कि छात्रों की जो शिकायतें और बिंदू अब तक उभर कर आए हैं उनको गंभीरता से देखा जाएगा, कोई भी छात्र कानून को हाथ में न ले।




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