आज जिस तरह से तेजी के साथ तकनीक में परिवर्तन हो रहा है। इससे प्रत्येक पांच वर्षों में नौकरी की योग्यता और दक्षता में परिवर्तन हो जाता है।
आज जिस तरह से तेजी के साथ तकनीक में परिवर्तन हो रहा है। इससे प्रत्येक पांच वर्षों में नौकरी की योग्यता और दक्षता में परिवर्तन हो जाता है। प्राय: होता यह है कि जब तक अधिकतर लोग किसी नई नौकरी के लिए अध्ययन करते हैं और कोई नई डिग्री प्राप्त करते हैं, तब तक उसमें बदलाव हो जाता है और बाजार में किसी दूसरी तकनीक की मांग होने लगती है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर आज हम आपको ऐसे तीन महत्त्वपूर्ण क्षेत्र बताने जा रहे हैं, जिसमें वर्तमान में और अगले कुछ सालों में नौकरी की बहुत अधिक मांग होगी।
डाटा विज्ञान
पिछले कुछ सालों में यदि किसी एक क्षेत्र ने महत्त्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल की है, तो वह है डेटा विज्ञान। डाटा वैज्ञानिक का कार्य अनिवार्य रूप से विश्लेषणात्मक विशेषज्ञ के रूप में होता है जो सामाजिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग रुझानों को खोजने के साथ-साथ डाटा का प्रबंधन का होता है। इसका उपयोग मूल रूप से कच्चे डाटा का विश्लेषण करने और विभिन्न व्यावसायिक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए किया जाता है। डाटा वैज्ञानिक अंतिम उपयोगकर्ता के व्यवहार के आधार पर अनुकूलित सांख्यिकीय मॉडल के साथ-साथ कलन विधि बनाने में भी मदद करते हैं।
शैक्षिक योग्यता : इसके लिए कोई पूर्वनिर्धारित योग्यता आवश्यक नहीं है, इंजीनियरों (बीई / बीटेक) या स्नातकों के पास डाटा विज्ञान में डिग्री या डिप्लोमा है तो निश्चित रूप से एक अतिरिक्त लाभ मिलता है। इसके अतिरिक्त, बुनियादी प्रोग्रामिंग भाषाओं जैसे कि पायथन, एसक्यूएल का अल्पविकसित ज्ञान होना मददगार होगा।
वेतनमान : प्रमाणित डेटा वैज्ञानिकों का प्रारंभिक वेतन चार लाख रुपए से बारह लाख रुपए प्रति वर्ष तक हो सकता है। धीरे-धीरे अनुभव जितना बढ़ता जाएगा, वेतन भी उतना ही अधिक होगा और यह 60 लाख से 70 लाख रुपए प्रति वर्ष भी हो सकता है।
डिजिटल मार्केटिंग
सोशल मीडिया मार्केटिंग और विज्ञापन के वैकल्पिक रूपों के उदय के साथ, डिजिटल मार्केटिंग के तरीके में बहुत तेजी से बदलाव हो रहा है। डिजिटल मार्केटिंग एक ऐसे मार्केटिंग के प्रयास को संदर्भित करता है जो इंटरनेट और डिजिटल संचार के नए साधनों जैसे ई-मेल, सोशल मीडिया, पाठ्य और वेब-आधारित विज्ञापन का उपयोग करता है। डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में नौकरी की तलाश करने वालों के लिए कई भूमिकाएं उपलब्ध हैं जैसे कंटेंट लेखक, एसईओ विशेषज्ञ, सोशल मीडिया प्रबंधक, ब्रांड मार्केट्रिं प्रबंधक आदि।
शैक्षिक योग्यता : एक डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ के लिए डिग्री अथवा डिप्लोमा होना आवश्यक नहीं है, लेकिन जिनके पास यह है उनको इस डिटिजल मार्केटिंग की नौकरी में वरीयता प्रदान की जाती है। मार्केटिंग, जनसंपर्क या जन संचार में स्नातक या मास्टर डिग्री लोगों को इसमें फायदा मिलता है ।
वेतनमान : एक प्रशिक्षु व्यक्ति भी इस क्षेत्र में तीन लाख से छह लाख रुपए प्रति वर्ष तक कमा सकता है। जबकि अधिक अनुभव वाले व्यक्ति को 10 लाख से 12 लाख रुपए प्रति वर्ष तक वेतन मिल सकता है। यह क्षेत्र भारत में सबसे अधिक भुगतान करने वाली नौकरियों में से एक है।
मशीन लर्निंग विशेषज्ञ
कुछ साल पहले, एआइ (कृत्रिम बौद्धिमत्ता) और एमएल (मशीन लर्निंग) शब्दों ने सभी को भ्रमित कर दिया होगा लेकिन आज ये प्रौद्योगिकियां अपने प्रभाव से दुनिया पर कब्जा कर रही हैं। आज, मशीन लर्निंग और कृत्रिम बौद्धिमत्ता विशेषज्ञ कंपनियों को डाटा-संचालित निर्णय लेने में मदद करते हैं और उन्हें अधिक सफलता के लिए स्थापित करते हैं और आज इसकी बहुत मांग हैं और निकट भविष्य में और होगी।
शैक्षिक योग्यता : कंप्यूटर साइंस, कृत्रिम बौद्धिमत्ता या अन्य संबंधित क्षेत्रों में स्नातक की डिग्री आवश्यक है। इस क्षेत्र में करिअर बनाने के इच्छुक लोगों के लिए आज कई विशेष पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
वेतनमान : प्रशिक्षुकों के लिए इस क्षेत्र में वेतनमान पांच लाख से 10 लाख रुपए तक हो सकता है। एक दशक या उससे अधिक के अनुभव वाले लोगों के लिए, इसमें वेतन प्रति वर्ष 20 लाख रुपए तक जा सकता है। यदि आप एक आकर्षक नौकरी का सपना देखते हैं, तो मशीन लर्निंग में करिअर निश्चित रूप से विचार करने योग्य है। भारत में सबसे अधिक भुगतान करने वाली नौकरियों में से कृत्रिम बौद्धिमत्ता एक है।
- संजय सिंह बघेल (शिक्षक, दिल्ली विश्वविद्यालय)
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