देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने भी राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल से पढ़ाई की है। उनके पिता जीएन डोभाल भी भारतीय सेना में थे।
भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूलों में राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल (RMS) का नाम जरूर आता है। इन स्कूलों को रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। देश के कई प्रसिद्ध और प्रभावशाली लोग इन स्कूलों से पढ़कर निकले हैं। यहां केवल 6वीं और 9वीं क्लास में ही बच्चों का एडमिशन होता है और इसके लिए उन्हें प्रवेश परीक्षा पास करनी पड़ती है। देश में इस समय 5 राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल हैं, जो चैल, बैंगलुरु, बेलगाम, अजमेर और धौलपुर में स्थित हैं। आज हम आपको उन हस्तियों के बारे में बताएंगे, जो इन मिलिट्री स्कूल से पढ़कर निकले और देशभर में नाम कमाया।
अजित डोभाल: देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल अजमेर से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने 1967 में आगरा यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स किया और भारतीय पुलिस सेवा के लिए चयनित हुए। डोभाल 1972 में खुफिया एजेंसी रॉ से जुड़े और उन्होंने पाकिस्तान में 7 साल तक अंडर कवर एजेंट के रूप में काम किया। उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी का बेहद खास माना जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक, नगा शांति समझौता, ऑपरेशन ब्लैक थंडर और आईएसआईएस के चंगुल से भारतीय नर्सों को सुरक्षित निकालने तक उन्होंने कई ऑपरेशन्स को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। वह भारतीय पुलिस सेवा के 1968 बैच के केरल कैडर के अधिकारी थे। उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। अजित के पिता जीएन डोभाल भी भारतीय सेना में एक अधिकारी थे।
अखिलेश यादव: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की स्कूलिंग राजस्थान के धौलपुर मिलिट्री स्कूल से हुई है। साल 1990 में उन्होंने यहां से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी से सिविल इनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग में बैचलर और मास्टर्स डिग्री ली। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया चले गए और उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी से इनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया। अखिलेश यादव साल 2012 में यूपी के सबसे युवा सीएम बने थे। वह समाजवादी पार्टी के फाउंडर मुलायम सिंह यादव के बेटे हैं। साल 2000 में वह यूपी की कन्नौज सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे। यह राजनीति में उनकी पहली सफलता थी।
डिनो मोरिया: प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता और मॉडल डिनो मोरिया ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बंगलौर से पढ़ाई की है। उन्होंने अपना ग्रेजुएशन सेंट जॉसेफ कॉलेज बैंगलोर से किया है। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत टीवी सीरीज कैप्टन व्योम से की थी। उनकी पहली मूवी ‘प्यार में कभी कभी’ थी, जिसमें उनकी हीरोइन रिंकी खन्ना थीं। उनके करियर की प्रसिद्ध फिल्में ओम शांमि ओम, राज, प्यार में कभी कभी, गुनाह, इश्क है तुमसे, इंसाफः द जस्टिस, चेहरा, बाजः ए बर्ड इन डेंजर, अक्सर, फाइट क्लब-मेंबर्स, दस कहानियां, कर्ज, एसिड फैक्ट्री, प्यार इंपॉसिबल और हैप्पी न्यू ईयर हैं।
अरुण सरीन: वोडाफोन कंपनी के पूर्व सीईओ अरुण सरीन ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बंगलौर से पढ़ाई की है। बाद में वह ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के बोर्ड के इंडिपेंटेंट डायरेक्टर भी बनाए गए। एशिया और अफ्रीका में वोडाफोन की प्रमुख रणनीतियों में उनका अहम योगदान था। उन्हें 10 मार्च 2010 को बकिंघम पैलेस में महारानी ने मानद नाइटहुड की उपाधि दी थी। राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बंगलौर से पढ़ाई के बाद उन्होंने आईआईटी खड़कपुर से पढ़ाई की। उन्होंने विदेश से एमबीए और एमएस भी किया है।
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