छोटे-बड़े शहरों में आए दिन घटने वाली बड़ी आग की घटनाओं के चलते पेशेवर अग्निशमन अभियंताओं की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है। औद्योगिक, वाणिज्यिक और तकनीकी विकास ने अग्निशमन के क्षेत्र में रोजगार के दरवाजे खोले हैं। यदि आपको भी चुनौतियां पसंद हैं तो अग्निशमन अभियांत्रिकी (फायर इंजीनियरिंग) को करिअर के रूप में अपना सकते हैं।
अग्निशमन अभियांत्रिकी
अग्निशमन अभियांत्रिकी का संबंध सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, पर्यावरण इंजीनियरिंग जैसे विषयों से तो होता ही है। वहीं, आग लगने पर आसपास के लोगों व पीड़ितों के साथ कैसा व्यवहार किया जाए, इस पर भी जोर दिया जाता है। उन्हें कई और तकनीकी चीजें सिखाई जाती हैं, जैसे आग बुझाने के यंत्रों की तकनीकी जानकारी, स्प्रिंक्लर सिस्टम, अलार्म, कम समय में सीमित संसाधनों के साथ ज्यादा सुरक्षा और पानी की बौछार का सही इस्तेमाल करना।
अग्निशमन अभियंता का कार्य
अग्निशमन अभियंता का कार्य बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। इसके लिए साहस के साथ-साथ समाज के प्रति प्रतिबद्धता जरूरी है। अग्निशमन अभियंता की प्रमुख जिम्मेदारी दुर्घटना के समय आग के प्रभाव को खत्म करना या फिर सीमित करना होता है। अगर आग अनियंत्रित हो जाए, तो जान-माल को काफी नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में अग्निशमन अभियांत्रिकी से जुड़े लोगों की जरूरत होती है, जो आग पर काबू करना बेहतर तरह जानते हैं। इसके लिए वे अग्निसुरक्षा के विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। अग्निशमन के आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल और उसके रखरखाव की तकनीक में सुधार करना भी इनकी जिम्मेदारी होती है।
नौकरी के अवसर
अग्निशमन अभियांत्रिकी का पाठ्यक्रम करने वाले विद्यार्थियों के लिए नौकरी के अवसर सरकारी और निजी क्षेत्रों में हैं। सरकारी क्षेत्र में स्थानीय निकायों के अग्निशमन विभाग और इंश्योरेंस कंपनियों के अलावा रेलवे, रक्षा, हवाईअड्डे आदि में उन्हें नियुक्त किया जाता है। औद्योगिक क्षेत्र में पेट्रोलियम, प्लास्टिक, उर्वरक, कपड़ा और रसायनिक संयंत्र में भी रोजगार के मौके मौजूद हैं। अग्निशमन सर्वेक्षक या जोखिम प्रबंधन सेवा प्रदाता के रूप में स्वतंत्र रूप से काम करने का विकल्प भी चुन सकते हैं। विदेशों में भारतीय पेशेवरों की मांग खूब है। तेल की खदानों में अकसर आग से संबंधित दुर्घटनाएं होती ही रहती हैं जिसके चलते इनकी मांग अधिक है।
वेतनमान
अग्निशमन अभियांत्रिकी में स्नातक पाठ्यक्रम कर चुके विद्यार्थियों का शुरुआती सालाना पैकेज दो से तीन लाख रुपए तक मिल सकता है। वहीं, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम करने वाले विद्यार्थियों का शुरूआती वेतन तीन से चार लाख रुपए तक मिल सकता है। यहां वेतन बढ़ने के मौके भी अच्छे हैं। वहीं, विदेश में अभियंताओं को देश के मुकाबले करीब दोगुने पैकेज पर नियुक्त किया जाता है।
ये पाठ्यक्रम हैं उपलब्ध
बीई अग्निशमन अभियांत्रिकी
बीटेक अग्निशमन एवं सुरक्षा अभियांत्रिकी
अग्निशमन एवं सुरक्षा अभियांत्रिकी में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम
अग्निशमन एवं औद्योगिक सुरक्षा अभियांत्रिकी में डिप्लोमा
अग्निशमन एवं सुरक्षा अभियांत्रिकी में डिप्लोमा
सुरक्षा अभियांत्रिकी में डिप्लोमा
औद्योगिक सुरक्षा अभियांत्रिकी में डिप्लोमा
अग्निशमन एवं सुरक्षा अभियांत्रिकी में पीजी डिप्लोमा
योग्यता
अग्निशमन अभियांत्रिकी से जुड़े पाठ्यक्रम को करने के लिए रसायन विज्ञान के साथ भौतिकी या गणित विषयों में 50 फीसद अंकों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा शारीरिक क्षमताएं होना भी जरूरी है। बीएससी कर चुके विद्यार्थी बीई या बीटेक पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
दिल्ली अग्निशमन अभियांत्रिकी संस्थान, दिल्ली
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर
राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय, नागपुर
अग्निशमन प्रौद्योगिकी कालेज, अहमदाबाद
अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन अभियांत्रिकी एवं सुरक्षा प्रबंधन संस्थान, पुणे
राजकीय इंजीनियरिंग कालेज, जम्मू
अग्निशमन अभियांत्रिकी एवं सुरक्षा प्रबंधन कालेज, फरीदाबाद
- आशीष झा
(करिअर परामर्शदाता)
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