लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल को लेकर चल रही जोरदार बहस के बीच कई बड़ी जानकारियां भी सामने आ रही हैं। पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी की सांसद कमलजीत सहरावत ने वक्फ बोर्ड को लेकर सनसनीखेज दावा किया है।
कमलजीत सहरावत ने लोकसभा में बताया कि वह दिल्ली के अंबरहाई गांव से हैं और उनका गांव द्वारका के बीच में आता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सेक्शन 40 को हटाया है और इसके लिए वह सरकार का दिल से धन्यवाद करती हैं क्योंकि वह इस सेक्शन की खुद भी पीड़ित हैं।
पहली बार संसद पहुंचने वालीं कमलजीत सहरावत ने कहा कि पिछले साल कुछ लोग उनके गांव में आए और उन्होंने पूजा की जगह को, जहां गांव के लोग सैकड़ों सालों से पूजा करते आ रहे हैं, वहां आकर कहा कि यह वक्फ की प्रॉपर्टी है। बीजेपी सांसद ने कहा कि ऐसा सिर्फ उनके अंबरहाई गांव में ही नहीं हुआ बल्कि गोयला और कुछ अन्य गांवों में भी हुआ और वह इसकी प्रत्यक्ष गवाह हैं।
सहरावत ने कहा कि दिल्ली के वक्फ बोर्ड के पास 1047 प्रॉपर्टी हैं और उनका किराया सिर्फ 1 से लेकर 11 रुपये तक है। बीजेपी सांसद ने हाल ही में ANI से बातचीत में कहा था कि वक्फ बिल किसी व्यक्ति के हित में नहीं बल्कि देश के हित में है और इसे पारित किया जाना चाहिए।
कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार ने दिल्ली की 123 संपत्तियां वक्फ बोर्ड को ट्रांसफर क्यों की थीं?
कांग्रेस ने किया बिल का विरोध
बुधवार को लोकसभा सत्र की शुरुआत बेहद हंगामेदार रही और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रीजीजू ने वक्फ (संशोधन) बिल, 2024 पेश किया। इस दौरान लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि यह विधेयक संविधान के मूल ढांचे पर हमला है और इसके जरिए सरकार संविधान को कमजोर करना चाहती है।
बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वक्फ संशोधन बिल पर आरजेडी प्रमुख लालू यादव की 2013 की टिप्पणी का हवाला दिया। शाह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए मजबूत कानून बनाने की बात कही थी।
यह भी पढ़ें- Waqf Bill पर रार के बीच वक्फ एक्ट की धारा 40 को लेकर क्या विवाद है?
Source link