तस्वीरें हमेशा से लोगों को प्रभावित करती रही हैं। इस संबंध में कहा भी जाता है कि एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। कुछ तस्वीरें इतनी ऐतिहासिक बन जाती हैं कि सदा-सदा के लिए हमारे मानस पटल पर छाप छोड़ जाती हैं। इन तस्वीरों की परिभाषा को कैमरे ने गढ़ा है। विज्ञान की तरक्की और कैमरे के आविष्कार ने फोटोग्राफी को आम आदमी की पहुंच में ला दिया है।
मोबाइल फोन की वजह से आज हर कोई फोटोग्राफर है। यह विधा भले ही इतनी सरल हो गई हो लेकिन पेशेवर फोटोग्राफी का जुनून लोगों में पहले की तरह ही बरकरार है। इसी वजह से पेशेवर फोटोग्राफर की खूब मांग है और पेशेवर फोटोग्राफी में अपार संभावनाएं हैं।
लगातार बढ़ रहे फैशन, मीडिया, ई-कामर्स, जनसंपर्क और विज्ञापन उद्योग ने फोटोग्राफी को एक अच्छा करिअर विकल्प बना दिया है। फोटोग्राफी के करिअर उनके लिए दोहरा फायदे का सौदा है जो घूमने के शौकीन हैं, क्योंकि वे घूमने के साथ-साथ फोटोग्राफी करके अच्छा पैसा भी कमा सकते हैं। फोटोग्राफी को करियर के रूप में चुनने से पहले यह समझना भी जरूरी है कि इसके लिए अलग-अलग प्रकार के उपकरण और तकनीकी जानकारी की आवश्यकता होती है।
फोटोग्राफी के नए आयाम
एक समय था जब फोटोग्राफी केवल शादी-विवाह या बड़े-बड़े समारोह में ही की जाती थी लेकिन अब आधुनिक जीवन शैली में फोटोग्राफी हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी है। शादी से पहले, ई-कामर्स वेबसाइट, पोर्टफोलियो, सेलिब्रिटीज एवं राजनीतिज्ञों के लिए सोशल मीडिया मैनेजमेंट, समाचार पत्र-पत्रिकाएं, पर्यटन उद्योग, रियल-एस्टेट, खाने की फोटोग्राफी, उत्पादों की फोटोग्राफी, फारेंसिक फोटोग्राफी और वन्यजीव फोटोग्राफी सहित अनेकों ऐसे नए-नए क्षेत्र हैं जहां पर फोटोग्राफी की असीमित संभावनाएं हैं।
इस क्षेत्र में आप देश-विदेश में खूब नाम कमा सकते हैं। आप रघु राय जितना नाम कमा सकते हैं, चन्नी आनंद और मुख्तार खान की तरह किसी एजंसी के साथ जुड़कर देश-दुनिया में घूमते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार भी जीत सकते हैं। अलग-अलग तरह की फोटोग्राफी के क्षेत्र में अनेकों ऐसे नाम हैं जो किसी परिचय के मोहताज नहीं।
प्रशिक्षण है जरूरी
फोटोग्राफी एक ऐसा क्षेत्र में जो पूर्णत: तकनीकी जानकारी आधारित है। इसलिए तकनीक को समझने एवं कुशलता प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है। ‘एक्सपोजर ट्रांइगल’ अर्थात ‘अपर्चर, शटर एवं आइएसओ’ की जानकारी ताकि फोटो ‘अंडर एक्सपोज’ या ‘ओवर एक्सपोज’ न हों बहुत आवश्यक हैं। इसी प्रकार से आप शार्प फाटो किस प्रकार प्राप्त कर सकतें है, ‘व्हाइट बैलेंस’, फोकस मोड इत्यादि ऐसे तकनीकी विषय हैं जो बिना प्रशिक्षण के समझ पाना बहुत मुश्किल है। फोटोग्राफी केवल तकनीक की जानकारी है यह कहना बिल्कुल ही गलत होगा क्योंकि रचनात्मकता के अभाव में अच्छी फोटोग्राफी नामुमकिन है।
हालांकि संयोजन के नियम जैसे की ‘रूल आफ थर्ड, लिडिंग लाइंस, नोस रूम, हेड रूम’ इत्यादि नियमों को प्रयोग करके आप अपने फोटो के संयोजन को बेहतर बना सकते हैं। प्रशिक्षण के माध्यम से आप ने केवल तकनीकी ज्ञान अपितु रचनात्मता को भी बेहतर कर सकते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप उच्च गुणवत्तात की फोटो खींचना सीखते हैं जो आपको सबसे अलग करता है। यदि आप बिलकुल पेशेवर ढंग से फोटोग्राफी करते हैं, तब आपके लिए इस क्षेत्र में असीमित संभावनाएं हैं।
साफ्टवेयर की जानकारी भी जरूरी
आजकल रचनात्मक फोटोग्राफी में ‘पोस्ट-प्रोडक्शन’ भी काफी महत्त्वपूर्ण है। लाइटरूम व फोटोशाप इत्यादि साफ्टवेयर की मदद से फोटो में सुधार किए जाते हैं। फोटो में बिल्कुल बारीकी से एक-एक जगह पर काम किया जाता है। इसमें यदि फोटोग्राफी के दौरान ‘एक्सपोजर’ में यदि कोई कमी रह गई तो ‘एक्सपोजर’ ठीक किया जाता है। इस दौरान फोटो की पूरी गुणवत्ता पर काम किया जाता है।
योग्यता एवं वेतन
फोटोग्राफी में किसी विशेष शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं लेकिन आप 12वीं के बाद कोई भी फोटोग्राफी का पाठ्यक्रम कर इस क्षेत्र में काम कर सकते हैं। देश में कई संस्थान प्रमाणपत्र, डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रम करवाते हैं। पाठ्यक्रम करने के बाद शुरुआत 5,000 से 10,000 रुपए तक की नौकरी से हो जाती है जोकि अनुभव के साथ-साथ बढ़ती रहती हैं। अपना व्यवसाय करके भी आप लाखों कमा सकते हैं। इसलिए यदि आप में फोटोग्राफी को जज्बा है और आप रचनात्मक तरीके से फोटोग्राफी कर सकते हैं तो यह आपके लिए एक अच्छा क्षेत्र हो सकता है।
- अजय कुमार (शिक्षक, राजकीय कन्या महाविद्यालय, चीका)
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