UPSC: सिविल सेवा परीक्षा के पहले ही अटेम्प्ट में अमोल मेन्स परीक्षा क्लियर करके इंटरव्यू राउंड तक पहुंच गए थे लेकिन उनका फाइनल सेलेक्शन नहीं हो पाया था।
UPSC: अमोल श्रीवास्तव नोएडा के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई भी यहीं से हुई है। इसके बाद अमोल ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर्स की डिग्री हासिल की है। ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के क्षेत्र में जाने का मन बना लिया था। सिविल सेवा परीक्षा के पहले ही अटेम्प्ट में अमोल मेन्स परीक्षा क्लियर करके इंटरव्यू राउंड तक पहुंच गए थे लेकिन उनका फाइनल सेलेक्शन नहीं हो पाया था। फिर कठिन परिश्रम और लगन से अमोल ने दूसरे प्रयास में न केवल यूपीएससी एग्जाम पास किया बल्कि उन्होंने 83वीं रैंक के साथ टॉप भी किया था।
अमोल के अनुसार ग्रेजुएशन के आखिरी साल से ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। उनका मानना है कि अगर सही रणनीति के साथ एक साल तक तैयारी की जाए तो इस परीक्षा को क्लियर किया जा सकता है। इसके अलावा पढ़ाई के लिए कई सारी किताबें इकट्ठा करने से बेहतर है कि कुछ स्टैंडर्ड किताबों को ही चुनें। हालांकि, बेसिक्स तैयार करने के लिए एनसीईआरटी किताबों को अवश्य पढ़ना चाहिए और साथ ही नोट्स भी तैयार करते रहें। वहीं, करंट अफेयर्स के लिए नियमित रूप से न्यूज़ पेपर ज़रूर पढ़ें।
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यूपीएससी एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आंसर राइटिंग का भी काफी महत्व होता है। अमोल के अनुसार, आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करने के लिए पढ़ाई के अलावा अलग से समय निकालना चाहिए। इससे न केवल विषय पर अच्छी पकड़ बनेगी बल्कि आप बेहतर लिखना भी सीखेंगे और साथ ही टाइम मैनेजमेंट भी आ जाएगा।
इसके अलावा कोशिश करें कि प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा की तैयारी अलग-अलग करने की जगह एक साथ करें। हालांकि, प्रीलिम्स एग्जाम के पहले केवल इसी परीक्षा की ही तैयारी करें। जब तैयारी पूरी हो जाए तो मॉक टेस्ट दें और जहां भी गलती हो उसे समझे और सुधारने का प्रयास करें। इन्हीं कुछ छोटी बातों का ध्यान रखते हुए सही दिशा में की गई तैयारी से एक न एक दिन सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
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