UPSC: निधि ने जब सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्प्ट दिया था तो वह प्रीलिम्स तक भी नहीं क्लियर कर पाई थीं।

UPSC: मध्य प्रदेश के मुरैना की रहने वाली निधि बंसल कई उम्मीदवारों के लिए एक मिसाल हैं। जहां लोग सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए सालों से मेहनत करते हैं, वहीं निधि ने आईपीएस अधिकारी बनने के बावजूद भी अपनी पढ़ाई जारी रखी जिससे वह आईएएस बनने का अपना सपना साकार कर सकें। निधि की पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा मुरैना से ही प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने एनआईटी त्रिची से बीटेक की डिग्री हासिल की है। ग्रेजुएशन के बाद ही निधि की एक अच्छी कंपनी में नौकरी भी लग गई थी। हालांकि, करीब एक साल तक नौकरी करने के बाद उन्होंने सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने का मन बना लिया था।

निधि ने जब सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्प्ट दिया था तो वह प्रीलिम्स तक भी नहीं क्लियर कर पाई थीं। उन्होंने बिना निराश हुए पूरे लगन के साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी थी। फिर सिविल सेवा परीक्षा के दूसरे अटेम्प्ट में निधि ने 219वीं रैंक के साथ सफलता प्राप्त की थी और इसके अंतर्गत उन्हें आईपीएस का पद मिला था। इस सफलता के बावजूद भी निधि संतुष्ट नहीं थी क्योंकि उन्होंने हमेशा से ही आईएएस बनने का सपना देखा था।

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निधि ने सिविल सेवा परीक्षा का एक और अटेम्प्ट देने का फैसला किया और इस बार भी 226वीं रैंक के तहत उन्हें आईपीएस पद मिला था। निधि ने ज्वॉइन तो कर लिया लेकिन इसके साथ ही उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी थी। आखिरकार, साल 2019 में निधि की मेहनत रंग लाई जब उन्होंने यूपीएससी एग्जाम में 23वीं रैंक के साथ टॉप किया और मनचाहा पद भी प्राप्त किया था।

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निधि के अनुसार, गलत ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनने की वजह से ही वह हर बार चूक जाती थीं। जब उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट बदला तो बाकी विषयों पर कम ध्यान दिया था। आखिर में सही रणनीति और सभी विषयों पर बराबर ध्यान देने के बाद ही उन्हें यह कामयाबी हासिल हुई थी। उनका मानना है कि नियमित पढ़ाई के साथ ही रिवीजन करते रहना भी बेहद आवश्यक है। इसके अलावा करंट अफेयर्स के लिए न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ना चाहिए।


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