UPSC: ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद प्रवीण ने इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज की तैयारी की थी और इसमें तीसरी रैंक हासिल की थी।

UPSC: बिहार के जुमई जिले के रहने वाले प्रवीण बहुत ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक मेडिकल स्टोर चलाते हैं और उनकी माता गृहिणी हैं। प्रवीण के पढ़ाई पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा जुमई जिले से ही प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम पास किया और फिर आईआईटी कानपुर से बीटेक की डिग्री हासिल है। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद प्रवीण ने इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज की तैयारी की थी और इसमें तीसरी रैंक हासिल की थी। फिर प्रवीण ने सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने का मन बना लिया था।

प्रवीण ने सिविल सेवा परीक्षा के कुल तीन अटेम्प्ट दिए हैं। सिविल सेवा परीक्षा के पहले दो प्रयास में तो प्रवीण असफल रहे थे लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी। आखिरकार, कठिन परिश्रम और लगन के चलते साल 2020 में उन्होंने तीसरे प्रयास में न केवल यह कठिन परीक्षा पास की बल्कि 7वीं रैंक के साथ टॉपर्स की सूची में भी अपना नाम दर्ज कराया।

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प्रवीण बताते हैं कि इस कठिन परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने सिलेबस के अनुसार कुछ चुनिंदा किताबों का चयन किया और फिर टाइम टेबल तैयार किया। उन्होंने प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू के लिए अलग-अलग रणनीति अपनाई थी। प्रवीण पढ़ाई के साथ ही नोट्स भी तैयार करते रहते थे और नियमित रूप से रिवीजन भी किया करते थे।

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प्रवीण के अनुसार सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित रूप से न्यूज़पेपर और मैगजीन अवश्य पढ़ना चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने इस परीक्षा के लिए सिविल इंजीनियरिंग को ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना था। उनका कहना है कि इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं लोगों को ग्रेजुएशन में पढ़े हुए सब्जेक्ट को ही ऑप्शनल चुनना चाहिए। हालांकि, उम्मीदवार अपनी क्षमता और रूचि के अनुसार भी यह निर्णय ले सकते हैं। इसके अलावा तैयारी के लिए पिछले साल के पेपर अवश्य सॉल्व करें और मॉक टेस्ट भी देते रहें।


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