अगर दिल में कुछ करने का अरमान हो तो कई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता ऐसा ही कुछ कर के दिखाया है झारखंड की सीमा ने। वे झारखंड के ओरमांझी के सुदूरवर्ती गांव दाहो की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम सिकंदर महतो और माता का नाम सरस्वती देवी है। सीमा के पिता जहां कक्षा 2 तक पढ़े हैं वहीं उनकी मां पहली कक्षा तक पढ़ी हुई हैं। बावजूद इसके अपनी मेहनत के दम पर सीमा को दुनिया की बेस्ट यूनिवर्सिटी में से एक हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में बैचलर कोर्स में पढ़ने का मौका मिला है। सीमा को चार साल की फुल स्कॉलरशिप मिली है। उन्होंने आवेदन करते समय इकॉनामिक्स सब्जेक्ट का चयन किया था।
सीमा के पिता बेकरी में मजदूर के रूप में काम करते हैं। सीमा 2012 नें युवा संस्थान से जुड गईं। उन्होंने अपनी पढ़ाई की शुरूआत गांव के ही सरकारी स्कूल से की थी। उसके बाद वे युवा नाम के एक एनजीओ से जुड़ गाई। इस संस्थान में बच्चियों को NIOS के सिलेबस के आधार पर पढ़ाया जाता है।
सीमा ने 10वीं की परीक्षा NIOS से की थी। इस परीक्षा में उन्हें A ग्रेड प्राप्त हुआ। अभी वे एनईओएस से 12वीं की पढ़ाई कर रही हैं। सीमा ने इस स्कॉलरशिप के लिए पिछले साल ही आवेदन किया था। जिसके बाद उनका इंटरव्यू भी हुआ था। इस स्कॉलरशिप में सीमा को एक साल का 83,000 अमेरिकी डॉलर मिलेगा।
सीमा की इस सफलता के लिए फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भी ट्वीट करके उन्हें बधाई दी है। वहीं बायोकॉम लिमटेड की चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने भी सीमा की इस सफलता पर उन्हें ट्वीट करके बधाई दी है। इसके साथ ही झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी सीमा का बधाई दी है।
(आनंद दत्त से बातचीत पर आधारित)
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