दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशक एक वीडियो में दिल्ली सरकार के स्कूली छात्रों को उनकी कक्षा में संबोधित कर रहे हैं। उन्हें अपनी परीक्षा में हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए कह रहे हैं, चाहें सवाल का जवाब उन्हें नहीं पता हो। अगर जवाब नहीं पता हो तो सवाल को ही कॉपी में उतार दें। वीडियो में निर्देशक उदित प्रकाश राय को भी कक्षा को यह कहते हुए सुना जा सकता है इस संबंध में स्कूल की शिक्षिका से बात की है। वह यह भी कहते नजर आ रहे हैं कि निदेशालय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से भी इस संबंध में बात की है कि अगर विद्यार्थी उत्तर-पुस्तिका में कुछ भी लिखता है तो उसे अंक दिए जाएंगे।

हालांकि, 2007 बैच के आईएएस अधिकारी से द इंडियन एक्सप्रेस ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हुआ। शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि राय के बयानों की “गलत व्याख्या” नहीं की जानी चाहिए और यह उनके द्वारा स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करने के प्रयास का हिस्सा है। “यह एक बहुत बुरा साल रहा है। स्टूडेंट्स के लिखने की प्रक्टिस खत्म हो गई है। वह बहुत ही सीधे तरीके से बोल रहे थे, और वह जो मूल रूप से छात्रों को यह बताने की कोशिश कर रहे थे कि वह निराश न हों, सीबीएसई या किसी और के बारे में चिंता न करें, बस लिखें ”।

कक्षा 10 और 12 के स्टूडेंट्स 18 जनवरी से अपने स्कूल जा रहे हैं। वे क्रमशः 1 अप्रैल और 20 मार्च से अपनी प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी देंगे। उनकी बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी। एक टीचर ने कहा कि वीडियो अब विभिन्न चैनलों के माध्यम से शिक्षकों के बीच पहुचं चुका है। इस पर तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं कि सीबीएसई से हमारी बात हो चुकी है। यह उन शिक्षकों के लिए एक नकारात्मक और हतोत्साहित करने वाला संदेश है, जो मेहनत करके छात्रों के लिए कोर्स को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं … उनका संदेश था, अपनी नैतिकता को एक तरफ रखना और जो भी कॉपी में लिखा है, उसके बावजूद हर छात्र को पास करना।”



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