रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की पत्नी नीता किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। बात चाहें बॉलीवुड की हो या फिर IPL जैसे ग्लैमरस इवेंट की। नीता की मौजूदगी हर जगह पर चार चांद लगा देती है। लेकिन इससे इतर भी उनके व्यक्तित्व का एक पहलू है। नीता का कहना है कि जब वो धीरूभाई अंबानी स्कूल के दाखिले कर रही होती हैं, तब अपना फोन स्विच ऑफ कर लेती हैं। उनका कहना है कि स्कूल की क्वालिटी से वह कोई समझौता नहीं करना चाहतीं। इसी वजह से एडमिशन के दौरान वो किसी सिफारिश को तवज्जों नहीं देती हैं।
मुकेश और नीता कभी मध्यवर्गीय परिवार में पले बढ़े थे। नीता कहती हैं कि वह अपने अतीत को हमेशा याद रखती हैं। यही वजह है कि उन्होंने तमाम ग्लैमर और इंडस्ट्री की चकाचौंध से दूर अपनी एक अलग दुनिया बसाई है। और यह है उनके ससुर धीरू भाई अंबानी की याद में खोला गया स्कूल। नीता बताती हैं कि कभी उनका सपना एक वकील बनने का था, लेकिन धीरूभाई की बीमारी की वजह से उन्हें LLB की पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी। उस दौरान उन्होंने देखा कि मुंबई के लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश भेजते थे। तब उन्होंने फैसला किया कि मुंबई में एक ऐसा स्कूल बनाया जाए, जहां बेहतरीन बच्चे तैयार हो सकें। इसके बाद ही धीरूभाई स्कूल की परिकल्पना तैयार हो सकी।
नीता के मुताबिक, स्कूल से उनका जुड़ाव उस दौरान ही हो गया था, जब मुकेश पाताल गंगा प्लांट को लेकर काम कर रहे थे। तब उन्होंने ग्रामीण परिवेश में एक स्कूल खोला था। उन्हें बच्चों से बेपनाह प्यार है। तभी उन्हें महसूस किया कि शिक्षण एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे वह अपने जीवन का मिशन बनाकर काम कर सकती हैं। पाताल गंगा के बाद उन्होंने जामनगर स्कूल की आधारशिला रखी। इसके बाद चीजें एक दूसरे से जुड़ती गई और आखिर में धीरूभाई अंबानी स्कूल का खाका तैयार हुआ।
उनका कहना है कि वह स्कूल में इस बात पर जोर नहीं देतीं कि बच्चों ने कितना याद किया। उनका जोर इस बात पर रहता है कि उनके जीवन में कुछ अलग तरह का कैसे किया जाए। नीता कहती हैं कि वो टीचर्स से कहती हैं कि उन्हें याद नहीं कि अपने स्कूली दिनों में उन्होंने क्या पढ़ा था। लेकिन उन्हें हर वह लम्हा आज तक याद है जब शिक्षकों ने उनके जीवन को सही राह दिखाने की कोशिश की। नीता का मानना है कि शिक्षा के बगैर कोई देश तरक्की नहीं कर सकता। सभी को शिक्षा हासिल करने के समान अवसर मिलें, इसके लिए समग्र प्रयास होने बहुत जरूरी हैं।
आज नीता के पति मुकेश अंबानी दुनिया के सबसे रईस व्यक्तियों में शुमार हैं। उनका एक सामाजिक दायरा भी है, लेकिन नीता का कहना है कि जब वो धीरूभाई अंबानी स्कूल के दाखिले कर रही होती हैं, तब अपना फोन स्विच ऑफ कर लेती हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में नीता अंबानी ने बताया था कि दरअसल, यह ऐसा समय रहता है जब धीरूभाई अंबानी स्कूल में एडमिशन के लिए लोग फोन पर उनसे सिफारिशें करते हैं। नीता बताती हैं कि धीरूभाई अंबानी स्कूल की गिनती मुंबई के टॉप टेन स्कूल में होती है। यहां एडमिशन के लिए एग्जाम चेज़ करना पड़ता है।
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